स्वीडन के विचारक समूह या थिंक टैंक कहे जाने वाले स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने अपनी रिपोर्ट “ट्रेंड्स इन वर्ल्ड मिलिट्री एक्सपेंडिचर, 2019” जारी की है। SIPRI द्वारा जारी इस रिपोर्ट में 2019 में वैश्विक सैन्य खर्च का ब्यौरा दिया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2019 में वैश्विक सैन्य खर्च वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.2% हिस्सा है, जो 2010 की तुलना में बहुत अधिक है।
“Trends in World Military Expenditure, 2019” रिपोर्ट की मुख्य बाते :
- साल 2019 में कुल वैश्विक सैन्य खर्च बढ़कर 1917 बिलियन डॉलर हो गया, जिसमे 2018 के मुकाबले 3.6% की वृद्धि हुई है.
- वर्ष 2019 में सबसे ज्यादा खर्च करने वाले देश है: अमेरिका ($ 732 बिलियन), चीन ($ 261 बिलियन), भारत ($ 71.1 बिलियन), रूस (65.1 बिलियन डॉलर) और सऊदी अरब ($ 61.9 बिलियन).
- यह पहला मौका है जब दो एशियाई देश सैन्य खर्चों के मामले में शीर्ष तीन देशों में शामिल है.
- भारत ने 2019 में रक्षा पर $ 71.1 बिलियन का खर्च किया जो कि उसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.4% हिस्सा है, जिसके कारण वह 2018 के चौथे स्थान से 2019 में तीसरे स्थान पर पहुंच गया.