भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) ने माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) के लिए वित्तीय अवसरों को बढ़ाने के उद्देश्य से टाटा कैपिटल लिमिटेड (TCL) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता MSME विकास को समर्थन देने के लिए वित्तीय साधनों जैसे मशीनरी/उपकरण वित्तपोषण, कार्यशील पूंजी ऋण और संपत्ति के विरुद्ध ऋण प्रदान करने पर केंद्रित है। इस साझेदारी के तहत सह-वित्तपोषण, जोखिम साझाकरण और संयुक्त वित्तीय मॉडल की संभावनाओं को भी खोजा जाएगा, जिससे MSME को बेहतर ऋण सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
प्रमुख बिंदु:
समझौते का उद्देश्य: SIDBI और टाटा कैपिटल लिमिटेड (TCL) के माध्यम से MSME के लिए वित्तीय अवसरों को मजबूत करना।
वित्त पोषण के क्षेत्र:
- मशीनरी/उपकरण वित्तपोषण
- कार्यशील पूंजी ऋण (CC/OD/व्यवसाय ऋण)
- संपत्ति के विरुद्ध ऋण
जोखिम साझाकरण और सह-वित्तपोषण: MoU जोखिम साझाकरण तंत्र, संयुक्त वित्तपोषण और सह-वित्तपोषण मॉडल को अपनाने की संभावनाओं की तलाश करेगा, जिससे MSME को आसान ऋण उपलब्ध कराया जा सके।
हस्ताक्षर समारोह
हस्ताक्षरकर्ता:
- विवेक कुमार मल्होत्रा, मुख्य महाप्रबंधक, SIDBI
- विवेक चोपड़ा, मुख्य परिचालन अधिकारी, खुदरा वित्त, TCL
- वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
SIDBI की MSME विकास में भूमिका
- अप्रत्यक्ष ऋण: साझेदार संस्थानों के माध्यम से MSME वित्तपोषण का विस्तार।
- प्रत्यक्ष ऋण: MSME क्षेत्र में मौजूदा ऋण अंतर को कम करना।
- फंड ऑफ फंड्स: स्टार्टअप्स का समर्थन कर उद्यमिता को बढ़ावा देना।
- संवर्धन और विकास: MSME के लिए सहायता और क्रेडिट-प्लस पहल।
- सुविधादाता: सरकारी MSME योजनाओं के लिए एक प्रमुख एजेंसी के रूप में कार्य करना।
यह समझौता MSME क्षेत्र को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उनकी वृद्धि में सहायक सिद्ध होगा।
सारांश/स्थिर विवरण | विवरण |
समाचार में क्यों? | SIDBI ने टाटा कैपिटल लिमिटेड (TCL) के साथ MSME वित्तपोषण को मजबूत करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए |
समझौता ज्ञापन किनके बीच हुआ? | SIDBI और टाटा कैपिटल लिमिटेड (TCL) |
उद्देश्य | MSME वित्तपोषण के अवसरों को मजबूत करना |
प्रमुख वित्तपोषण क्षेत्र | मशीनरी/उपकरण वित्तपोषण, कार्यशील पूंजी ऋण, संपत्ति के विरुद्ध ऋण |
जोखिम प्रबंधन रणनीतियाँ | जोखिम साझाकरण, सह-वित्तपोषण, संयुक्त वित्तपोषण |
MSME वृद्धि में SIDBI की भूमिका | अप्रत्यक्ष एवं प्रत्यक्ष ऋण, स्टार्टअप वित्तपोषण, संवर्धन और विकास, सरकारी योजनाओं का सुविधादाता |
समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले प्रतिनिधि | विवेक कुमार मल्होत्रा (SIDBI) और विवेक चोपड़ा (TCL) |
अपेक्षित प्रभाव | MSME के लिए बेहतर ऋण पहुंच और वित्तीय सहायता |