भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 1987 बैच के अधिकारी संजीव रैना को चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की पहरेदारी करने वाले बल का अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) नियुक्त किया गया है। ऐसा दूसरी बार हुआ है कि एक गैर-आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) के अधिकारी को इस पद पर पदोन्नत किया गया है।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि एक अन्य अधिकारी आईजी जसपाल सिंह के अलावा, रैना को वर्ष 2024 के लिए एडीजी रैंक पर पदोन्नत किया जा रहा है। रैना वर्तमान में बल के भोपाल स्थित केंद्रीय सेक्टर मुख्यालय में महानिरीक्षक (आईजी) के रूप में सेवा दे रहे हैं।
हालांकि, रैना (59) नये पद पर एक महीने से कुछ समय अधिक तक ही सेवा दे पाएंगे क्योंकि वह अगले महीने सेवानिवृत्त होने वाले हैं। आदेश में कहा गया है कि रैना को अब चंडीगढ़ स्थित आईटीबीपी मुख्यालय में एडीजी (पश्चिमी कमान) के रूप में पदस्थ किया गया है।
दूसरा सर्वोच्च रैंक
यह दूसरा मौका है जब एक कैडर अधिकारी को एडीजी के पद पर पदोन्नत किया गया है। यह पद महानिदेशक के बाद बल में दूसरा सर्वोच्च रैंक है।
एडीजी के पद पर
आईटीबीपी और अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में एडीजी के पद पर मुख्य रूप से उन अधिकारियों को नियुक्त किया जाता है, जो भारतीय पुलिस सेवा से प्रतिनियुक्ति पर इन संगठनों में आते हैं।
संजीव रैना: एक नजर में
कश्मीर के रहने वाले रैना नवंबर 1987 में आईटीबीपी में शामिल हुए थे और उन्होंने लद्दाख, जम्मू कश्मीर तथा पूर्वोत्तर में अपनी सेवाएं दी हैं।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
इसकी स्थापना वर्ष 1962 चीन-भारत युद्ध के बाद हुई थी। वर्ष 1962 में स्थापित सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है। इसका मुख्य कार्य पर्वतीय युद्ध को संभालना था। पर्वतीय सीमाओं की रक्षा करना भी प्रमुख था। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस भारत का एक सीमा रक्षक बल है।