संजीव कृष्णन को दूसरे कार्यकाल के लिए PwC इंडिया के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने गये है, जो 1 अप्रैल, 2025 से शुरू होगा। यह पुनर्नियुक्ति फर्म के विकास और नवाचार में उनके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करती है। कृष्णन, जिन्होंने 1 जनवरी, 2021 को अपना पहला कार्यकाल शुरू किया था, बाहरी और आंतरिक रूप से PwC का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे, और PwC ग्लोबल स्ट्रैटेजी काउंसिल में अपनी भूमिका बनाए रखेंगे।
कैरियर की मुख्य बातें
PwC कार्यकाल
कृष्णन 1991 में एक आर्टिकल्ड ट्रेनी के रूप में PwC में शामिल हुए, 2006 में भागीदार बने और फर्म के सौदों, लेन-देन और निजी इक्विटी व्यवसाय का नेतृत्व किया।
अंतर्राष्ट्रीय अनुभव
उन्होंने एक अंतर्राष्ट्रीय एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से PwC स्वीडन के साथ भी काम किया है, जिसमें निजी इक्विटी फंड और कॉर्पोरेट ग्राहकों के साथ सीमा पार सौदों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
पुनर्निर्वाचन पर टिप्पणी
दिनेश अरोड़ा का वक्तव्य
पीडब्ल्यूसी इंडिया में पार्टनरशिप ओवरसाइट कमेटी के अध्यक्ष दिनेश अरोड़ा ने फर्म की प्रमुखता और तकनीकी नवाचार को आगे बढ़ाने में कृष्ण की भूमिका पर प्रकाश डाला, जिससे दक्षता बढ़ती है।
कृष्णन का विजन
कृष्णन ने अपने पुनर्निर्वाचन को “विनम्र” बताया और व्यापक आर्थिक चुनौतियों और भू-राजनीतिक बदलावों के बीच ग्राहकों को विकास के अवसरों का लाभ उठाने में मदद करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को आकार देने में भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता पर जोर दिया।