साहित्य अकादमी, जो संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन भारत की प्रमुख साहित्यिक संस्था है, अपनी वार्षिक “फेस्टिवल ऑफ लेटर्स 2025” का आयोजन 7 मार्च से 12 मार्च 2025 तक रवींद्र भवन, नई दिल्ली में करेगी। इस भव्य आयोजन का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। इस अवसर पर प्रसिद्ध अंग्रेजी नाटककार महेश दत्तानी मुख्य अतिथि होंगे और साहित्य अकादमी पुरस्कार 23 भाषाओं में प्रदान किए जाएंगे। इस वर्ष का संवत्सर व्याख्यान प्रख्यात लेखक एवं विद्वान उपमन्यु चटर्जी देंगे।
एशिया का सबसे बड़ा साहित्य महोत्सव माने जाने वाले इस आयोजन में 700 लेखक, 50 से अधिक भाषाओं के प्रतिनिधि और 100 से अधिक साहित्यिक सत्र होंगे। इस वर्ष का मुख्य विषय “भारतीय साहित्यिक परंपराएँ” रहेगा। इस विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रमुख विचारकों और लेखकों की भागीदारी होगी। महोत्सव में युवा, महिला, दलित, उत्तर-पूर्वी, आदिवासी और LGBTQ लेखकों की विशेष भागीदारी के साथ-साथ बाल साहित्य, लेखक संवाद, पैनल चर्चाएँ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होंगी।
फेस्टिवल ऑफ लेटर्स 2025 के प्रमुख आकर्षण
- आयोजक – साहित्य अकादमी (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार)
- तिथि एवं स्थान – 7 से 12 मार्च 2025, रवींद्र भवन, नई दिल्ली
- उद्घाटन – केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
- मुख्य अतिथि – प्रख्यात अंग्रेजी नाटककार महेश दत्तानी
- संवत्सर व्याख्यान वक्ता – प्रसिद्ध लेखक एवं विद्वान उपमन्यु चटर्जी
एशिया का सबसे बड़ा साहित्य महोत्सव
- 700 लेखक, 50+ भाषाओं का प्रतिनिधित्व
- 100+ साहित्यिक सत्र
- मुख्य विषय – भारतीय साहित्यिक परंपराएँ
- राष्ट्रीय संगोष्ठी – तीन दिवसीय चर्चा, जिनमें प्रमुख लेखक एवं विचारक भाग लेंगे
समावेशी भागीदारी
- युवा लेखक
- महिला लेखक
- दलित लेखक
- उत्तर-पूर्व एवं आदिवासी लेखक
- LGBTQ लेखक
बाल साहित्य कार्यक्रम
- “स्पिन अ टेल” – दिनभर चलने वाला कहानी सुनाने और रचनात्मक लेखन का कार्यक्रम
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
- राकेश चौरसिया – बांसुरी वादन
- नलिनी जोशी – हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन
- फौज़िया दस्तांगो और रितेश यादव – दास्तान-ए-महाभारत कहानी प्रस्तुति
नि:शुल्क प्रवेश – सभी साहित्य प्रेमियों के लिए खुला।
विषय | विवरण |
आयोजक | साहित्य अकादमी (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत) |
तिथियाँ | 7 – 12 मार्च 2025 |
उद्घाटनकर्ता | श्री गजेंद्र सिंह शेखावत (केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री) |
मुख्य अतिथि | महेश दत्तानी (अंग्रेजी नाटककार) |
संवत्सर व्याख्यान | उपमन्यु चटर्जी (लेखक एवं विद्वान) |
विषय | भारतीय साहित्यिक परंपराएँ |
कुल सत्र | 100+ |
प्रतिभागी | 50+ भाषाओं के 700 लेखक |
राष्ट्रीय संगोष्ठी | भारतीय साहित्यिक परंपराओं पर विचार-विमर्श |
समावेशी अनुभाग | युवा, महिला, दलित, उत्तर-पूर्व, आदिवासी एवं LGBTQ लेखक |
बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम | “स्पिन अ टेल” – कहानी सुनाने का कार्यक्रम |
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ | राकेश चौरसिया (बांसुरी), नलिनी जोशी (हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन), फौज़िया दस्तांगो व रितेश यादव (दास्तान-ए-महाभारत) |
प्रवेश | सभी के लिए निःशुल्क |