झारखंड के मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन ने राज्य के माओवादी प्रभावित जिलों में युवा खेल प्रतिभाओं को पोषित करने के उद्देश्य से युवाओं की आकांक्षा (सहाय) यानी Sports Action toward Harnessing Aspiration of Youth (SAHAY) योजना शुरू की है। यह योजना वामपंथी उग्रवाद ( Left Wing Extremism (LWE)) पर अंकुश लगाने के लिए शुरू की गई है, जिसने राज्य के 24 में से 19 जिलों को प्रभावित किया है। योजना के तहत गांव से लेकर वार्ड स्तर तक के 14-19 आयु वर्ग के लड़के-लड़कियों का पंजीकरण किया जाएगा और उन्हें बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, हॉकी और एथलेटिक्स में अपने कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर दिया जाएगा।
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झारखंड सहाय योजना के उद्देश्य
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेश में खेल की संस्कृति को स्थापित करने और प्रतिभा की पहचान करने के लिए पहले खेल विभाग के अधिकारियों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं के लिए सहाय नामक एक विशेष खेल योजना पर काम करने के निर्देश दिए थे. 19 साल से कम उम्र के युवाओं को झारखंड सहाय योजना से जोड़ने के लिए अधिकारियों को व्यापक रूप से काम करने को कहा गया. सहाय योजना के तहत पंचायत स्तर से संभावित खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर ले जाया जाएगा, जहां उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए तैयार किया जाएगा.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- झारखंड के मुख्यमंत्री: हेमंत सोरेन; राज्यपाल: रमेश बैस।