ईरान ने घोषणा की है कि रूस उसके क्षेत्र में आठ नए परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण करेगा, जो पहले से हस्ताक्षरित द्विपक्षीय समझौते का हिस्सा हैं। यह घोषणा ईरान की परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) के अध्यक्ष मोहम्मद इस्लामी ने तब की, जब संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति समिति के सदस्य AEOI मुख्यालय, तेहरान के दौरे पर थे। यह कदम ईरान की नागरिक परमाणु ऊर्जा क्षमता को तीन गुना बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है और रूस की रोसएटोम कंपनी इसमें प्रमुख साझेदार है।
ईरान के परमाणु प्रमुख ने पुष्टि की कि रूस आठ परमाणु संयंत्रों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
यह घोषणा ईरानी संसद की समिति की AEOI मुख्यालय यात्रा के दौरान की गई।
यह कदम तेहरान और मास्को के बीच ऊर्जा सहयोग को और मजबूत करता है।
कुल संयंत्र: 8 परमाणु रिएक्टर
साझेदार देश: रूस
क्रियान्वयन एजेंसी: Rosatom (रूसी राज्य परमाणु एजेंसी)
स्थान: बुशेहर प्रांत में 4 संयंत्र प्रस्तावित
बुशेहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की यूनिट 2 और 3 ईरानी कंपनियों द्वारा निर्माणाधीन हैं।
ये नए संयंत्र परमाणु बुनियादी ढांचे को विस्तारित करेंगे और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटाएंगे।
ईरान की परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता को तीन गुना करना।
घरेलू बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाना।
ईरान-रूस रणनीतिक संबंधों को ऊर्जा क्षेत्र में गहरा करना।
अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप नागरिक परमाणु कार्यक्रम को समर्थन देना।
बुशेहर परमाणु संयंत्र, जिसे रूस ने मई 2011 में पूरा किया था, वर्तमान में ईरान का एकमात्र परिचालन परमाणु संयंत्र है।
यह ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं का केंद्रीय आधार माना जाता है और IAEA निगरानी में संचालित होता है।
हालांकि कार्यक्रम नागरिक है, फिर भी दोहरा उपयोग (dual-use) की आशंकाओं के कारण यह वैश्विक निगरानी में रहता है।
मोहम्मद इस्लामी – अध्यक्ष, AEOI
ईरानी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश नीति समिति
Rosatom – रूस की राज्य परमाणु निगम
ईरानी ऊर्जा एवं निर्माण कंपनियाँ
यह विकास ईरान की दीर्घकालिक ऊर्जा नीति को बल देता है और रूस के साथ उसकी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करता है, विशेष रूप से उस समय जब वैश्विक स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर चर्चा जोरों पर है।
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