सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में बढ़कर 7.79 प्रतिशत हो गई, जो मुख्य रूप से ईंधन और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों से प्रेरित है। उपभोक्ता मूल्य-आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा (consumer price-based inflation figure) लगातार चौथे महीने भारतीय रिज़र्व बैंक की ऊपरी सहनशीलता सीमा (Upper Tolerance Limit) से काफी ऊपर रहा। अप्रैल में, सीपीआई मुद्रास्फीति आठ वर्षों में अपनी उच्चतम गति से बढ़ी है। यह आख़िरी बार मई 2014 में 8.33 प्रतिशत (सबसे उच्च) दर्ज़ किया गया था। अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में 6.95 प्रतिशत से अधिक था और एक साल पहले 4.23 प्रतिशत था।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
ऐसा क्यों होता है (Why does this happen)?
आईसीआईसीआई बैंक और टाइम्स इंटरनेट ने ‘टाइम्स ब्लैक आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड’ लॉन्च किया है,…
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी, जो टाटा पावर की एक इकाई है, ने छत पर सोलर…
एनटीपीसी, जो भारत की प्रमुख पावर कंपनी है, ने बिहार में एक न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट…
भारत पहली बार 2025 पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेजबानी करने के लिए तैयार है,…
भारत ने 20 दिसंबर 2024 को थाईलैंड द्वारा वर्चुअल रूप से आयोजित 24वीं BIMSTEC वरिष्ठ…
हर साल 21 दिसंबर को विश्व बास्केटबॉल दिवस मनाया जाता है, जो इस खेल के…