भारत परमाणु ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 26 अरब डॉलर का निजी निवेश चाहता है। निवेशकों में रिलायंस, टाटा, अडानी, वेदांता शामिल हैं। निजी कंपनियाँ संयंत्र निर्माण का वित्तपोषण करती हैं एवं एनपीसीआईएल परिचालन अधिकार को बनाए रखता है।
भारत सरकार अपने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में 26 अरब डॉलर के निजी निवेश को आमंत्रित करने के लिए तैयार है। इस पहल का लक्ष्य 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित बिजली उत्पादन को 50% तक बढ़ाने के भारत के लक्ष्य के अनुरूप गैर-कार्बन उत्सर्जक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना है।
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