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Real Estate पर बैंक लोन का रिकॉर्ड बढ़ा, जुलाई में 28 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा: RBI

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भारतीय रिजर्व बैंक ने रियल एस्टेट को लेकर आंकड़े जारी किये हैं। बैंक ने बताया कि जुलाई में रियल एस्टेट के लिए लेने वाले बैंक लोन में 38 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है। यह वृद्धि सालाना तौर पर देखने को मिली है। रियल एस्टेट सेक्टर में बकाया लोन रिकॉर्ड 28 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस डेटा से यह पता चलता है कि रियल एस्टेट सेक्टर तेज गति के साथ आगे बढ़ रहा है। देश के प्रमुख शहरों में आवास बिक्री में भी तेजी देखने को मिली है।

 

रियल एस्टेट सेक्टर में रिकॉर्ड

आवास सेक्टर में बकाया लोन जुलाई में सालाना 37.4 फीसदी बढ़कर 24.28 लाख करोड़ रुपये के पार हो गया है। यह जानकारी आरबीआई के Sectoral Deployment of Bank Credit के जुलाई 2023 से पता चला है। वहीं, कमर्शियल संपत्ति पर बकाया लोन 38.1 प्रतिशत बढ़कर 4.07 लाख करोड़ रुपये हो गया।

 

पिछले वर्ष की तुलना में 54 फीसदी ज्यादा

साल 2022 में शीर्ष 7 शहरों में आवास की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 54 फीसदी ज्यादा थी। वहीं, जनवरी-जून 2023 में यह 63 फीसदी थी। ऐसे में रियल एस्टेट में मांग बढ़ रही है। होम लोन में निरंतर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद मांग कम नहीं हुई है।

 

घरों की कीमत में इजाफा

आरबीआई डेटा के मुताबिक, आल इंडिया एचपीआई ग्रोथ साल दर साल 2023-24 की पहली तिमाही में 5.1 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो पिछली तिमाही में 4.6 फीसदी और एक साल पहले 3.4 फीसदी थी।

 

कमर्शियल ऑफिस की संख्या में इजाफा

एनारॉक के चेयमैन ने कहा कि पिछले साल कमर्शियल सेक्टर महामारी से जूझ रहा था, क्योंकि लोगों द्वारा घरों की मांग कम हुई थी। वहीं नियोक्ताओं ने कार्यालय से पूर्ण काम बंद कर घर से काम या हाइब्रिड मॉडल का अपनाया था। हालांकि जैसे ही स्थिति समान्य हुई है कर्मचारी कार्यालय लौटे हैं और अच्छी गुणवत्ता की मांग बढ़ गई है। ऐसे में कमर्शियल ऑफिस की संख्या में इजाफा हुआ है।

 

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FAQs

RBI का काम क्या है?

"बैंक नोटों के निर्गम को नियन्त्रित करना, भारत में मौद्रिक स्थायित्व प्राप्त करने की दृष्टि से प्रारक्षित निधि रखना और सामान्यत: देश के हित में मुद्रा व ऋण प्रणाली परिचालित करना।" मौद्रिक नीति तैयार करना, उसका कार्यान्वयन और निगरानी करना। वित्तीय प्रणाली का विनियमन और पर्यवेक्षण करना।