
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इंटरनेट से वंचित या कमजोर सिग्नल वाले इलाकों में यूपीआई-लाइट वॉलेट के जरिये ऑफलाइन भुगतान की अधिकतम राशि को 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दी। इंटरनेट से वंचित या कमजोर सिग्नल वाले इलाकों में भी लोग अब यूपीआई लाइट वॉलेट के जरिये 500 रुपये तक ऑफलाइन भुगतान कर सकेंगे। हालांकि, किसी भुगतान मंच पर इस सुविधा के जरिये अब भी कुल 2,000 रुपये तक ही लेनदेन किया जा सकता है।
केंद्रीय बैंक ने ऑफलाइन माध्यम से छोटी राशि वाले डिजिटल भुगतान की सीमा बढ़ाने संबंधी परिपत्र में कहा, छोटे मूल्य के लेनदेन को बढ़ाने के लिए ऑफलाइन भुगतान की ऊपरी सीमा को बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। यूपीआई लाइट वॉलेट कुछ समय में ही बेसिक मोबाइल फोनधारकों के बीच खासा लोकप्रिय हो गया। वर्तमान में इस भुगतान मंच के जरिये महीनेभर में एक करोड़ से भी अधिक लेनदेन होने लगे हैं।
पिन सत्यापन की जरूरत नहीं
यूपीआई लाइट का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए आरबीआई ने अगस्त की शुरुआत में एनएफसी प्रौद्योगिकी से ऑफलाइन लेनदेन की सुविधा देने का प्रस्ताव रखा था। एनएफसी से लेनदेन किए जाने पर पिन सत्यापन की जरूरत नहीं रहती है। केंद्रीय बैंक के मुताबिक, यह सुविधा न सिर्फ खुदरा डिजिटल भुगतान को सक्षम बनाएगी बल्कि रफ्तार भी सुनिश्चित करेगी।
Find More News Related to Banking



मेटा इंडिया ने अमन जैन को सार्वजनिक नीति...
Year Ender 2025: भारत में प्रमुख संवैधान...
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने परमाणु ऊर्जा क्षे...

