भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने निरीक्षण कार्यों के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) का इस्तेमाल कर एक व्यवस्था तैयार करने के लिए वैश्विक परामर्श फर्म मैकिन्से एंड कंपनी इंडिया एलएलपी और एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड इंडिया को चुना है।
आरबीआई अपने विशाल डेटाबेस का विश्लेषण करने और बैंकों तथा गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) पर नियामक निरीक्षण में सुधार लाने के लिए उन्नत एनालिटिक्स, एआई और एमएल का बड़े पैमाने पर उपयोग करना चाहता है। इसके लिए, केंद्रीय बैंक बाहरी विशेषज्ञों को नियुक्त करने की योजना बना रहा है।
रिजर्व बैंक के दस्तावेज के अनुसार, इनमें से मैकिन्से एंड कंपनी इंडिया एलएलपी और एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड इंडिया को अनुबंध दिया गया है। अनुबंध की कीमत करीब 91 करोड़ रुपये है।
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