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राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 की घोषणा: पूरी सूची देखें

विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने और सम्मानित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारत सरकार ने राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा की है। विभिन्न विज्ञान विभागों के 300 से अधिक पिछले पुरस्कारों की जगह लेने वाली इस नई पुरस्कार प्रणाली का उद्देश्य देश भर के शिक्षाविदों, प्रौद्योगिकीविदों और आविष्कारकों की उपलब्धियों का जश्न मनाना है।

विज्ञान रत्न पुरस्कार: जीवन भर की उपलब्धियों का सम्मान

डॉ. गोविंदराजन पद्मनाभन: प्रथम प्राप्तकर्ता

इस बार प्रख्यात बायोकेमिस्ट गोविंदराजन पद्मनाभन को पहले विज्ञान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सरकार ने विज्ञान के क्षेत्र में दिए जाने वाले इस सर्वोच्च पुरस्कार की शुरुआत इसी साल की है।

कौन हैं गोविंदराजन पद्मनाभन?

गोविंदराजन पद्मनाभन भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के पूर्व डायरेक्टर हैं और वर्तमान में वह IISc बेंगलुरु में मानद प्रोफेसर के तौर कर सेवाएं दे रहे हैं। उनको मलेरिया पैरासाइट पर रिसर्च के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब सराहा गया। उनको पद्म भूषण, पद्म श्री और शांति स्वरुप भटनागर अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। वह वर्तमान में IISc में जैव रसायन विभाग में मानद प्रोफेसर और तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।

33 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा

आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 33 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा की है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (आरवीपी) के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तियों या टीम की तरफ से नामांकन किए जाते हैं।

इन चार श्रेणियों में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार दिए जाते हैं

विज्ञान रत्न (वीआर): पूरे जीवनकाल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाले विशिष्ट व्यकेतियों को यह पुरस्कार दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम तीन पुरस्कार दिए जाते हैं।

विज्ञान श्री (वीएस): विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को यह सम्मान दिया जाताहै। इस श्रेणी में अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।

विज्ञान युवा: शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) पुरस्कार: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले युवा वैज्ञानिकों को यह सम्मान दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।

विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार: तीन या अधिक वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की उस टीम को यह सम्मान दिया जाता है, जिसने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो। इस श्रेणी में तीन पुरस्कार दिए जाते हैं।

इन्हें दिए जाते हैं पुरस्कार

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाली विभूतियों को दिए जाते हैं। इसके लिए हर वर्ष 14 जनवरी से 28 फरवरी तक नामांकन आमंत्रित किए जाते हैं। 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।

प्राप्तकर्ताओं की तालिका

Award Category Recipient(s) Field
Vigyan Ratna Puraskar Dr. Govindarajan Padmanabhan Biochemistry
Vigyan Shri Dr. Annapurini Subramanian Astrophysics
Dr. Anandharamakrishnan C Agriculture Science
Dr. Avesh Kumar Tyagi Atomic Energy
Prof. Umesh Varshney, Prof. Jayant Bhalchandra Udgaonkar Biological Sciences
Prof. Syed Wajih Ahmad Naqvi Earth Sciences
Prof. Bhim Singh Engineering Sciences
Prof. Adimurthi Adi, Prof. Rahul Mukherjee Mathematics and Computer Science
Prof. Dr. Sanjay Behari Medicine
Prof. Lakshmanan Muthusamy, Prof. Naba Kumar Mondal Physics
Prof. Rohit Srivastava Technology and Innovation
Vigyan Yuva Krishna Murthy SL, Swarup Kumar Parida Agricultural Science
Radhakrishnan Mahalakshmi, Prof. Aravind Penmatsa Biological Sciences
Vivek Polshettiwar, Vishal Rai Chemistry
Roxy Mathew Koll Earth Sciences
Abhilash, Radha Krishna Ganti Engineering Sciences
Purabi Saikia, Bappi Paul Environmental Science
Mahesh Ramesh Kakde Mathematics and Computer Science
Jitendra Kumar Sahu, Pragya Dhruv Yadav Medicine
Urbasi Sinha Physics
Digendranath Swain, Prashant Kumar Space Science and Technology
Prabhu Rajagopal Technology and Innovation
Vigyan Team Team Chandrayaan-3 Space Science

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vikash

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