भारतीय-अमेरिकी रैपर और गायिका-गीतकार राजा कुमारी ने इतिहास रच दिया है, क्योंकि वह अमेरिकन म्यूज़िक अवॉर्ड (AMA) जीतने वाली पहली भारतीय मूल की संगीतकार बन गई हैं। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें 27 मई 2025 को लॉस एंजेलिस में आयोजित 51वें AMA समारोह में प्रदान किया गया। उन्हें यह पुरस्कार ‘आर्केन लीग ऑफ लीजेंड्स: सीज़न 2’ साउंडट्रैक में उनके योगदान के लिए मिला।
राजा कुमारी को “फेवरेट साउंडट्रैक” श्रेणी में सम्मानित किया गया, जहाँ उनका दमदार और विधाओं की सीमाएं तोड़ने वाला गाना ‘रेनेगेड (वी नेवर रन)’ व्यापक सराहना पाकर विजयी रहा।
गाने के बारे में: एक वैश्विक सहयोग
पुरस्कार विजेता ट्रैक ‘रेनेगेड (वी नेवर रन)’ एक ज़बरदस्त गीत है जिसे तीन अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के सहयोग से तैयार किया गया है:
-
राजा कुमारी (भारत/अमेरिका)
-
स्टेफलन डॉन (यूके)
-
जरीना डी मार्को (डोमिनिकन रिपब्लिक/ब्राज़ील)
यह गीत चर्चित सीरीज़ ‘आर्केन: लीग ऑफ लीजेंड्स – सीज़न 2’ में शामिल है, जो लोकप्रिय वीडियो गेम फ्रैंचाइज़ी पर आधारित है।
सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व और संगीत का कमाल
PTI को दिए गए एक इंटरव्यू में राजा कुमारी ने बताया कि आर्केन की टीम ने उनसे संपर्क किया क्योंकि इस सीज़न में एक भारतीय किरदार को दिखाया गया था। वे ऐसी आवाज़ चाहते थे जो भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर सके और साथ ही जोश और ऊर्जा से भरपूर म्यूज़िक दे सके—और यही वह शैली है जिसमें राजा कुमारी ने अपनी अलग पहचान बनाई है।
अप्रत्याशित सफलता और वैश्विक प्रभाव
राजा कुमारी ने स्वीकार किया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि यह गाना इतनी ज़बरदस्त सफलता हासिल करेगा। मूल रूप से केवल सीरीज़ के लिए रिकॉर्ड किया गया ‘रेनेगेड’ अचानक ही वैश्विक चार्ट्स पर छा गया।
वैश्विक कलाकार होने की सोच को मज़बूती
ऐसे समय में जब कुमारी यह सोच रही थीं कि शायद किसी एक ही संगीत शैली से जुड़ कर रहना ही व्यवसायिक सफलता का रास्ता है, AMA पुरस्कार ने उनकी इस सोच को नई दिशा दी और यह साबित किया कि वैश्विक दृष्टिकोण रखना भी सफल हो सकता है।
सरहदों से परे एक जीत
राजा कुमारी की AMA में जीत सिर्फ़ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है—यह सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व, संगीत में महिलाओं की भूमिका और वैश्विक भारतीय प्रवासियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण जीत है। एक ऐसी कलाकार के रूप में जो हिप-हॉप, भारतीय शास्त्रीय संगीत और पॉप को बेहतरीन ढंग से जोड़ती हैं, कुमारी लगातार सीमाएं तोड़ रही हैं और दुनिया भर के दक्षिण एशियाई संगीतकारों के लिए नए रास्ते खोल रही हैं।