आर प्रज्ञानानंद ने 2 फरवरी 2025 को नीदरलैंड्स में आयोजित टाटा स्टील मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर खिताब अपने नाम किया। उन्होंने रोमांचक टाई-ब्रेकर में डी. गुकेश को 2-1 से हराते हुए पहली बार टाटा स्टील मास्टर्स का खिताब जीता। इस रोमांचक फाइनल मुकाबले में कई अप्रत्याशित मोड़ आए, जिससे दर्शक अपनी सीटों के किनारे पर बैठे रहे। प्रज्ञानानंद की यह जीत उनके युवा करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है, जिसमें साथी भारतीय अर्जुन एरीगैसी की गुकेश पर शुरुआती जीत का भी बड़ा योगदान रहा।
मुख्य विशेषताएँ
- टाटा स्टील मास्टर्स 2025: टूर्नामेंट नीदरलैंड्स में आयोजित हुआ।
- अंतिम स्कोर: प्रज्ञानानंद और गुकेश दोनों ने 8.5 अंकों के साथ समाप्त किया, जिसके बाद टाई-ब्रेकर खेला गया।
टाई-ब्रेकर मुकाबला
- मुकाबले की संरचना: दो खेलों और एक अचानक-मृत्यु (सडन-डेथ) निर्णयक खेल के आधार पर खेला गया।
- परिणाम: प्रज्ञानानंद ने टाई-ब्रेकर 2-1 से जीतकर अपना पहला टाटा स्टील मास्टर्स खिताब जीता।
प्रज्ञानानंद का अर्जुन एरीगैसी के प्रति आभार
- प्रज्ञानानंद ने मजाकिया अंदाज में अर्जुन एरीगैसी का धन्यवाद किया, जिन्होंने पहले राउंड में गुकेश को हराया था, जिससे प्रज्ञानानंद और गुकेश के बीच टाई की स्थिति बनी।
टूर्नामेंट के दौरान अप्रत्याशित हार
- प्रज्ञानानंद की हार: जर्मनी के विंसेंट कैमर से हार का सामना करना पड़ा।
- गुकेश की हार: अर्जुन एरीगैसी से हार गए।
टाई-ब्रेकर खेलों का विवरण
- पहला खेल: गुकेश ने प्रज्ञानानंद की एक बड़ी गलती का फायदा उठाते हुए खेल जीता, जिसमें प्रज्ञानानंद ने पूरा रूक खो दिया।
- दूसरा खेल: प्रज्ञानानंद ने तकनीकी सटीकता के साथ मुकाबला जीतते हुए स्कोर बराबर किया।
- सडन-डेथ खेल: प्रज्ञानानंद ने जीत दर्ज की, जब गुकेश नियंत्रण खो बैठे, जिससे उन्होंने एक प्यादा और अपनी अंतिम नाइट गंवा दी।
गुकेश का प्रदर्शन
- यह लगातार दूसरा वर्ष था जब गुकेश ने टाई-ब्रेकर में हारने के बाद पहला स्थान साझा किया।
प्रज्ञानानंद की यह जीत भारतीय शतरंज में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जोड़ती है और उनके उज्जवल भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है।