सेना ने यूजर ट्रायल के भाग के रूप में ओडिशा के टेस्ट रेंज से भारत ने सफलतापूर्वक अपने स्वदेशी विकसित परमाणु सक्षम पृथ्वी -2 मिसाइल का परीक्षण किया. यह मिसाइल सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण, ओडिशा के चांदीपुर में एकीकृत टेस्ट रेंज (आईटीआर) से मोबाइल लांचर द्वारा किया गया. इस मिसाइल की मारक क्षमता 350 किमी है.
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, परिष्कृत मिसाइल का परीक्षण सफल रहा और मिशन के लक्ष्य को सटीकता के साथ भेदा गया.
पृथ्वी -2 मिसाइल के बारे में संक्षिप्त में –
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, परिष्कृत मिसाइल का परीक्षण सफल रहा और मिशन के लक्ष्य को सटीकता के साथ भेदा गया.
पृथ्वी -2 मिसाइल के बारे में संक्षिप्त में –
- पृथ्वी -2 मिसाइल 500 किलो से 1,000 किलोग्राम हथियार ले जाने में सक्षम है और इसमें liquid propulsion twin engines है.
- यह सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को मारने के लिए प्रक्षेपवक्र के साथ उन्नत इनरियल मार्गदर्शन प्रणाली का उपयोग करता है.
- यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जिसकी सीमा 350 किमी है,
- प्रशिक्षण कार्यक्रम के भाग के रूप में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों द्वारा तकनीकी कार्यक्रम की निगरानी की गई थी.
एसबीआई पीओ मैन्स परीक्षा के लिए स्टेटिक तथ्य-
- डीआरडीओ का गठन 1 9 58 में हुआ था
- डॉ एस क्रिस्टोफर डीआरडीओ के मौजूदा अध्यक्ष हैं
- डॉ अब्दुल कलाम द्वीप, जिसे पूर्वी व्हीलर द्वीप के नाम से जाना जाता है ओडिशा में स्थित है
स्त्रोत- द हिन्दू बिजनेस लाइन



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