प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सौराष्ट्र तमिल संगमम के समापन समारोह को संबोधित किया। साथ ही उन्होंने श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित ‘सौराष्ट्र-तमिल संगमप्रशस्ति’ पुस्तक का विमोचन किया। इस 10 दिवसीय संगमम में 3000 से अधिक लोग एक विशेष ट्रेन सौराष्ट्रियन तमिल से सोमनाथ आए थे। यह कार्यक्रम 17 अप्रैल को शुरू हुआ था, जिसका समापन 26 अप्रैल को सोमनाथ में हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत विविधता को विशिष्टता के रूप में जीने वाला देश है। हम अलग-अलग भाषाओं और बोलियों को, कलाओं और विषयों का उत्सव मनाते हैं। उन्होंने कहा कि विदेश आक्रमण के कारण तमिलनाडु और गुजरात के सौराष्ट्र के इतिहास की जानकारी नहीं मिलती है।
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पुस्तक सौराष्ट्र तमिल संगम की भावनाओं और भावनाओं के संबंध में प्रसिद्ध कवियों द्वारा रचनाओं का एक समामेलन है, जो सांस्कृतिक लिंक को उजागर करने वाली एक सरकारी पहल है। इन रचनाओं के श्रेष्ठ छंदों को ‘सौराष्ट्र-तमिल संगमप्रशस्तिः’ में संकलित किया गया है। पुस्तक पाठकों को कलाकारों और काव्य विद्वानों की भावनाओं और भावनाओं का अनुभव करने और महत्वपूर्ण सौराष्ट्र तमिल संगम की यादों को जीवित रखने के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगी।
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