प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता की है। बैठक का आयोजन उत्तर प्रदेश के कानपुर में किया गया। परिषद की पहली बैठक का उद्देश्य संबंधित राज्यों के सभी विभागों के साथ-साथ केंद्रीय मंत्रालयों में ‘गंगा केंद्रित’ दृष्टिकोण के महत्व पर विशेष रूप से ध्यान देना शामिल है। परिषद को गंगा और उसकी सहायक नदियों सहित नदी गंगा बेसिन के प्रदूषण निवारण और कायाकल्प की पूरी जिम्मेदारी सौपी गई है।
प्रधानमंत्री ने गंगा से संबंधित आर्थिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ एक सतत विकास मॉडल ‘नमामि गंगे’ को ‘अर्थ गंगा’ में परिवर्तित करने की एक समग्र सोच विकसित करने का आग्रह किया। पारिस्थितिकी-पर्यटन और गंगा वन्यजीव संरक्षण एवं क्रूज पर्यटन आदि के प्रोत्साहन से होने वाली आय से गंगा स्वच्छता के लिए स्थायी आय स्रोत बनाने में मदद मिलेगी।
स्रोत: प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो