राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम मंदिर में तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान (प्रसाद)’ योजना के तहत श्रीशैलम मंदिर के विकास की परियोजना और एक पर्यटन सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया। परियोजना को प्रसाद योजना के तहत स्वीकृत और क्रियान्वित किया गया है। इन हस्तक्षेपों का उद्देश्य आगंतुकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करके श्रीशैलम मंदिर को एक विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल बनाना है।
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परियोजना “आंध्र प्रदेश राज्य में श्रीशैलम मंदिर का विकास” 43.08 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हो चुकी है। परियोजना पर्यटन मंत्रालय द्वारा 100 प्रतिशत वित्त पोषित है। परियोजना में निष्पादित घटकों में एम्फीथिएटर, रोशनी और ध्वनि और प्रकाश शो, डिजिटल हस्तक्षेप, पर्यटक सुविधा केंद्र, पार्किंग क्षेत्र, चेंजिंग रूम, शौचालय परिसर, स्मारिका दुकानें, फूड कोर्ट, एटीएम और बैंकिंग सुविधा शामिल हैं।
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