भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद (Shri Ram Nath Kovind) ने आज मध्य प्रदेश के उज्जैन में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के 59वें महाअधिवेशन का उद्घाटन किया। आयुर्वेद का अर्थ संस्कृत में जीवन का विज्ञान है। दुनिया भर में विभिन्न प्रकार की चिकित्सा प्रणालियों का वर्णन करने के लिए ‘पैथी’ शब्द का प्रयोग किया जाता है। यह किसी बीमारी के प्रकट होने के बाद उसके इलाज की विधि को संदर्भित करता है। हालांकि, आयुर्वेद में, उपचार के साथ-साथ रोग की रोकथाम को प्राथमिकता दी जाती है।
हिन्दू रिव्यू अप्रैल 2022, डाउनलोड करें मंथली हिंदू रिव्यू PDF (Download Hindu Review PDF in Hindi)
प्रमुख बिंदु:
- भारत सरकार ने समय-समय पर भारतीय चिकित्सा प्रणालियों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं।
- हालाँकि, इस पहल को 2014 में एक अलग आयुष मंत्रालय के गठन के बाद और भी गति मिली है। भारत सरकार से संबद्ध विभिन्न अनुसंधान परिषदों ने आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है।
- हमारा स्वास्थ्य हमारे पोषण, जीवनशैली और यहां तक कि हमारी दिनचर्या से भी प्रभावित होता है। आयुर्वेद बताता है कि हमारी दिनचर्या क्या होनी चाहिए, हमारी मौसमी दिनचर्या क्या होनी चाहिए और दवा लेने से पहले हमारा आहार क्या होना चाहिए।
- महाधिवेशन, “आयुर्वेद आहार – स्वस्थ भारत की नींव” का विषय शामिल किया जाएगा।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams