राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मातृभूमि की रक्षा करने वाले 13 जांबाज शूरवीरों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया। इनमें से छह जवानों को यह सम्मान मरणोपरांत दिए गए। जबकि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने परम विशिष्ट सेवा पदक (Param Vishisht Seva Medal – PVSM) प्राप्त किया। अशोक चक्र और कीर्ति चक्र के बाद शौर्य चक्र भारत का तीसरा सबसे बड़ा शांतिकाल वीरता पुरस्कार है।
राष्ट्रपति ने असाधारण क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए 14 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक (Uttam Yudh Seva Medals – UYSM) और 24 अति विशिष्ट सेवा पदक (Ati Vishisht Seva Medals – AVSM) भी प्रदान किए।
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वीरता और अन्य रक्षा अलंकरणों के इन पुरस्कारों को राष्ट्रपति द्वारा इस जनवरी में 73वें गणतंत्र दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर जनवरी में अनुमोदित किया गया था। जनरल मनोज पांडे ने 30 अप्रैल को 29वें थल सेनाध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। इससे पहले, वह तीन महीने के लिए थल सेनाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे और इससे पहले सेना के पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडर इन चीफ थे।