प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18 जुलाई 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इस नए टर्मिनल भवन का निर्माण 710 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। कहा जा रहा है कि इससे केंद्र शासित प्रदेश में कनेक्टिविटी को रफ्तार मिलेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि लगभग 710 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नई सुविधा, केंद्र शासित प्रदेश द्वीप पर कनेक्टिविटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। लगभग 40,800 वर्ग मीटर के कुल निर्मित क्षेत्र में बना ये नया टर्मिनल भवन सालाना लगभग 50 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा। बता दें, टर्मिनल की वर्तमान प्रतिदिन क्षमता 4,000 पर्यटकों को संभालने की है। वहीं, नए टर्मिनल के चालू होने के बाद क्षमता प्रतिदिन 11,000 पर्यटकों को संभालने की होगी।
पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे पर 80 करोड़ रुपये की लागत से दो बोइंग-767-400 और दो एयरबस-321 प्रकार के विमानों के लिए उपयुक्त एक एप्रन का भी निर्माण किया गया है, जिससे हवाई अड्डा अब एक समय में दस विमानों की पार्किंग के लिए उपयुक्त होगा।
नए टर्मिनल भवन की शंख के आकार की संरचना समुद्र और द्वीपों को दर्शाती है। पूरे टर्मिनल में प्रतिदिन 12 घंटे के लिए 100 प्रतिशत प्राकृतिक रोशनी होगी, जो छत पर लगे रोशनदानों से मिलेगी। भवन में 28 ‘चेक-इन काउंटर’, तीन यात्री ‘बोर्डिंग ब्रिज’ और ‘चार कन्वेयर बेल्ट’ होंगी।
विशाल नई एकीकृत टर्मिनल इमारत हवाई यातायात को बढ़ावा देगी और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने में मदद करेगी, इससे स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
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