प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में भारतीय कौशल संस्थान (IIS) का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाना और उद्योग 4.0 के लिए एक उद्योग-तैयार कार्यबल तैयार करना है। यह IIS, राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान के 4 एकड़ के परिसर में स्थित है, जो अत्याधुनिक तकनीकों जैसे फैक्ट्री ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा एनालिटिक्स, और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग पर केंद्रित है।
सार्वजनिक-निजी भागीदारी
यह संस्थान कौशल विकास मंत्रालय और टाटा IIS के बीच एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत स्थापित किया गया है, जो भारतीय युवाओं की क्षमताओं को वैश्विक मानकों के साथ संरेखित करने पर जोर देता है। इस कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र में ₹7600 करोड़ से अधिक के कई विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया गया।
संस्थागत दृष्टिकोण और वैश्विक प्रासंगिकता
IIS मुंबई प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि को दर्शाता है, जिसमें भारत को “कौशल की राजधानी” के रूप में स्थापित करने का उद्देश्य है। संस्थान में पेश किए जाने वाले पाठ्यक्रम जैसे उन्नत रोबोटिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी तकनीक, और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग छात्रों को वैश्विक अर्थव्यवस्था की बदलती मांगों को पूरा करने में सक्षम बनाएंगे।
सहयोगात्मक ढांचा और भविष्य की संभावनाएँ
यह संस्थान 15 से अधिक वैश्विक और भारतीय मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) के साथ सहयोगात्मक प्रयास है, जो अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य छात्रों के लिए नए युग की उद्योगों जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों, AI, और रोबोटिक्स में मार्ग प्रशस्त करना है।
कौशल विकास के लिए रणनीतिक साझेदारियाँ
IIS ने रोबोटिक्स के लिए Fanuc इंडिया और खाद्य विज्ञान के लिए Taj Skyline जैसे साझेदारियों के साथ दीर्घकालिक और लघुकालिक विशेष पाठ्यक्रम पेश करने की योजना बनाई है, जिससे भारत के युवाओं को औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों में अग्रणी बनने के लिए सशक्त किया जा सके।