प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अगस्त 2025 को कोलकाता में ₹5,200 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कोलकाता के ऐतिहासिक महत्व और भारत के आर्थिक भविष्य को गढ़ने में इसकी भूमिका को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को आधुनिक, एकीकृत परिवहन प्रणाली की आवश्यकता है और कोलकाता इस परिवर्तन का आदर्श मॉडल है।
नोआपाड़ा–जय हिंद विमानबंदर मेट्रो सेवा
कोलकाता एयरपोर्ट तक सीधी पहुँच को आसान बनाएगी।
सीलदह–एस्प्लेनेड मेट्रो सेवा
यात्रा समय को 40 मिनट से घटाकर केवल 11 मिनट करेगी।
बेलघाटा–हेमंत मुखोपाध्याय मेट्रो खंड
कोलकाता के आईटी हब से बेहतर कनेक्टिविटी।
इन तीनों परियोजनाओं के साथ लगभग 14 किमी नई मेट्रो लाइनें और 7 नए स्टेशन जुड़ेंगे, जिससे लाखों दैनिक यात्रियों को लाभ मिलेगा।
नए सबवे का उद्घाटन — हावड़ा मेट्रो स्टेशन पर मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा।
पूर्वी रेलवे और दक्षिण-पूर्व रेलवे के बीच तेजी से इंटरचेंज की सुविधा।
यात्रियों के लंबे चक्कर और प्रतीक्षा समय में कमी।
7.2 किमी लंबा छह-लेन ऊँचा एक्सप्रेसवे (₹1,200 करोड़) का शिलान्यास।
हावड़ा, आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों और कोलकाता को जोड़ेगा।
यात्रा समय में भारी बचत, व्यापार, वाणिज्य और पर्यटन को बढ़ावा।
बंदरगाह कनेक्टिविटी मजबूत होगी, क्षेत्रीय लॉजिस्टिक्स को सशक्त बनाएगा।
कोलकाता मेट्रो भारत की पहली मेट्रो प्रणाली है और निरंतर आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप विस्तारित की जा रही है।
ये नई परियोजनाएँ सरकार की “Ease of Living” (जीवन की सरलता) और “Ease of Travel” (यात्रा की सहजता) की दृष्टि को प्रतिबिंबित करती हैं।
बेहतर अवसंरचना से —
व्यापार मार्ग मज़बूत होंगे,
यात्रा समय कम होगा,
रोज़गार, वाणिज्य और पर्यटन को नई गति मिलेगी।
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