‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत, भारतीय रेलवे ने दुनिया में पहली बार डीजल लोकोमोटिव को इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव में परिवर्तित करके इतिहास रचा है. इस सभी नए परिवर्तित ऊर्जा कुशल इलेक्ट्रिक इंजन को वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई.
अपनी तरह की पहल उल्लेखनीय पहल में, डीजल लोकोमोटिव को डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (DLW) द्वारा वाराणसी में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव में परिवर्तित किया गया है. भारतीय रेलवे का कहना है कि पूरी परियोजना एक भारतीय अनुसंधान एवं विकास नवाचार है.
परिवर्तित इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव, दो डीजल लोकोमोटिव (92 प्रतिशत अधिक बिजली) के 2 एक्स 2612 एचपी के मुकाबले 10,000 एचपी प्रदान करता है. 10,000 एचपी की क्षमता लगभग 5300 टन तक के भार को ढोने के लिए पर्याप्त है, जो लगभग 2: 1 एचपी अनुगामी भार अनुपात प्रदान करता है.
स्रोत- द फाइनेंशियल एक्सप्रेस