प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मार्च 2025 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ₹33,700 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, रोजगार के नए अवसर सृजित करना, और विशेष रूप से आदिवासी समुदायों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। ये योजनाएँ आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, ऊर्जा और स्वच्छता सहित विभिन्न क्षेत्रों को कवर करती हैं। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पूरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई और छत्तीसगढ़ के लोगों के सतत विकास की दिशा में केंद्र सरकार के योगदान पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री की बिलासपुर यात्रा के प्रमुख बिंदु
गरीबों के लिए आवास योजना
- तीन लाख परिवारों को नए घरों की सौगात।
- महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अधिकतर घरों का पंजीकरण महिलाओं के नाम पर किया गया।
बुनियादी ढांचे का विकास
- नई सड़कें, रेलवे, बिजली और जल आपूर्ति परियोजनाओं का विस्तार।
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच बेहतर संपर्क सुनिश्चित करने के लिए नई सड़क और रेलवे परियोजनाएं।
आदिवासी विकास पर विशेष ध्यान
- आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए विशेष योजनाएं लागू।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार और आजीविका सशक्तिकरण परियोजनाएं।
ऊर्जा क्षेत्र में सुधार
- नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सौर ऊर्जा योजनाएं।
- गैस पाइपलाइन परियोजनाओं का विस्तार।
रेल और सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करना
- नई रेलवे परियोजनाओं और सड़क विस्तार योजनाओं की शुरुआत।
- राज्य के विभिन्न हिस्सों को बेहतर परिवहन सुविधाओं से जोड़ने के लिए पहल।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार
- नई स्कूल परियोजनाएं और शिक्षा कार्यक्रमों की शुरुआत।
- मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में शुरू करने की पहल।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएँ छत्तीसगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी, जिससे आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन आएगा और राज्य को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर किया जाएगा।