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प्रधानमंत्री ने एम्स देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री ने एम्स देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया |_3.1

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज एम्स, देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने का कार्यक्रम भी लॉन्च किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की।

 

उद्घाटन समारोह

प्रधानमंत्री ने 10,000वें जन औषधि केंद्रों की लाभार्थी और संचालक रुचि कुमार के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र की शुरुआत की। सुश्री कुमारी ने क्षेत्र में सस्ती दवाओं की तत्काल आवश्यकता पर बल देते हुए, केंद्रों की स्थापना के पीछे अपनी प्रेरणा साझा की। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके प्रयासों की सराहना की और महत्वपूर्ण मूल्य अंतर पर प्रकाश डाला, जहां बाजार में 100 रुपये में उपलब्ध दवाएं अक्सर जन औषधि केंद्र में 10 से 50 रुपये की होती हैं।

 

उद्घाटन की मुख्य बातें

10,000वां जन औषधि केंद्र: प्रधानमंत्री ने केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के साथ एम्स, देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया।

कार्यक्रम का विस्तार: जन औषधि केंद्र कार्यक्रम का विस्तार करने के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई, जिसकी संख्या पूरे देश में 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र: प्रधान मंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र का शुभारंभ कृषि प्रथाओं में एक तकनीकी आयाम जोड़ता है, जो कृषि समृद्धि को बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाता है।

ड्रोन प्रदर्शन: मनसुख मंडाविया ने देवघर के रामलडीह गांव में फसल के खेतों में ड्रोन द्वारा इफको के नैनो यूरिया स्प्रे का लाइव प्रदर्शन देखा।

 

प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) को सशक्त बनाना

सरकार ने 2000 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोलने की अनुमति दी है। इस पहल का उद्देश्य सामुदायिक कल्याण के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण तैयार करते हुए स्वास्थ्य देखभाल पहुंच और कृषि समृद्धि का विलय करना है।

 

लाभार्थियों के प्रशंसापत्र

जन औषधि योजना के लाभार्थी श्री सोना मिश्रा ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह जन औषधि केंद्र से किफायती कीमत पर दवाएं खरीदकर प्रति माह लगभग 10,000 रुपये बचाने में कामयाब रहे हैं। प्रधानमंत्री ने श्री मिश्रा को सुझाव दिया कि वे अपनी दुकान पर जन औषधि केंद्र के अनुभवों के बारे में एक बोर्ड लगाएं। उन्होंने किफायती दवाओं की उपलब्धता के बारे में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया।

 

लक्ष्य और भविष्य की योजना

सरकार ने शुरुआत में मार्च 2024 तक 10,000 जन औषधि केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह लक्ष्य तय समय से पहले ही हासिल कर लिया गया। प्रधान मंत्री मोदी ने 2023 में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में, स्वास्थ्य देखभाल पहुंच के विस्तार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए, मार्च 2026 तक 25,000 प्रधान मंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के एक नए लक्ष्य की घोषणा की।

 

परीक्षा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

Q1. हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कौन सा मील का पत्थर चिह्नित किया?

उत्तर. पीएम मोदी ने एम्स, देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया.

Q2. सरकार का देशभर में कितने जन औषधि केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य है?

उत्तर. सरकार की योजना इस संख्या को 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की है.

Q3. देश भर में वर्तमान में कितने कार्यात्मक जन औषधि केंद्र कार्यरत हैं?

उत्तर. देश भर में 9,900 से अधिक कार्यात्मक जन औषधि केंद्र कार्यरत हैं।

Q4. जन औषधि केंद्र कार्यक्रम के साथ-साथ कौन सी तकनीकी पहल शुरू की गई?

उत्तर. प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र का अनावरण किया गया।

 

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FAQs

जन औषधि केंद्र के क्या फायदे हैं?

जन औषधि केंद्र में दवाइयों की बिक्री पर 20 फीसदी तक का कमीशन मिलता है. इसके अलावा हर महीने होने वाली बिक्री पर 15 फीसदी का इंसेंटिव भी दिया जाता है. प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना के तहत दुकान खोलने के लिए फर्नीचर और अन्य चीजों के लिए सरकार की तरफ से डेढ़ लाख रुपये तक की मदद मिलती है.