भारत में पाकिस्तानी उत्पादों की सूची: अद्यतन सूची देखें

भारत और पाकिस्तान, जो कि पड़ोसी होने के बावजूद अक्सर कूटनीतिक रूप से तनावपूर्ण संबंधों में रहते हैं, के बीच व्यापार हमेशा सीमित रहा है, फिर भी यह महत्वपूर्ण रहा है। ऐतिहासिक रूप से, राजनीतिक तनावों के कारण दोनों देशों के वैश्विक व्यापार में एक-दूसरे के साथ व्यापार की हिस्सेदारी बेहद कम रही है, लेकिन कुछ खास वस्तुएं ऐसी रही हैं जो पाकिस्तान से भारत को लगातार निर्यात होती रही हैं।

2019 के पुलवामा हमले और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद द्विपक्षीय व्यापार लगभग पूरी तरह से बंद हो गया था, लेकिन इससे पहले पाकिस्तान से भारत को कई प्रमुख वस्तुएं निर्यात की जाती थीं। इन वस्तुओं की सूची को समझना क्षेत्रीय आर्थिक निर्भरता और भविष्य में अगर संबंध सामान्य होते हैं, तो व्यापार की संभावनाओं को समझने में मदद करता है।

भारत को पाकिस्तान से निर्यात की जाने वाली प्रमुख वस्तुएं

1. सीमेंट और निर्माण सामग्री
सीमेंट लंबे समय से पाकिस्तान के भारत को होने वाले शीर्ष निर्यातों में से एक रहा है। भौगोलिक निकटता और लागत प्रभावशीलता के कारण, भारत के उत्तर-पश्चिमी राज्यों जैसे पंजाब और राजस्थान में पाकिस्तान से सीमेंट का आयात किया जाता था।
पाकिस्तानी सीमेंट की कीमत तुलनात्मक रूप से कम होने के कारण, व्यापार सामान्य रहने के समय यह भारतीय निर्माण क्षेत्र में काफी मांग में रहा।

2. वस्त्र उद्योग के लिए कच्चा माल
भारत भले ही एक बड़ा वस्त्र उत्पादक देश हो, लेकिन पाकिस्तान से विशेष प्रकार का कच्चा माल आयात किया जाता था, जैसे:

  • कच्चा कपास

  • कॉटन यार्न (धागा)

  • सिल्क वेस्ट (रेशम अपशिष्ट)

इनका उपयोग भारत में वस्त्र, परिधान और होम फर्निशिंग उत्पाद बनाने में होता था। जब भारत में सूखे या अन्य कृषि कारणों से कपास की घरेलू आपूर्ति में कमी आती थी, तब पाकिस्तान एक सुविधाजनक स्रोत बनता था।

3. फल और कृषि उत्पाद
पाकिस्तान की जलवायु विभिन्न प्रकार के फलों और कृषि उत्पादों के लिए अनुकूल है, जो भारत में अच्छी मांग पाते थे, जैसे:

  • खजूर (विशेष रूप से सिंध और बलूचिस्तान से)

  • आम (सिंधरी और चौसा किस्में)

  • प्याज और टमाटर (भारत में आपूर्ति की कमी के समय)

  • सूखे मेवे (गिलगित-बाल्टिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा से)

ये उत्पाद विशेष रूप से भारत के सीमावर्ती राज्यों और त्योहारों के दौरान लोकप्रिय थे।

4. रासायनिक और औद्योगिक उत्पाद
हालांकि सीमित मात्रा में, लेकिन पाकिस्तान भारत को कुछ औद्योगिक और रासायनिक उत्पादों का निर्यात करता था, जैसे:

  • चमड़ा (टैन्ड लेदर)

  • रॉक सॉल्ट और जिप्सम

  • कैल्शियम कार्बोनेट व अन्य रसायन जो निर्माण और दवा उद्योग में उपयोग होते थे

इनका उपयोग भारत के छोटे स्तर के उद्योगों द्वारा किया जाता था।

5. खेल सामग्री और सर्जिकल उपकरण
पाकिस्तान का सियालकोट शहर विश्वभर में उच्च गुणवत्ता की खेल सामग्री और सर्जिकल उपकरणों के लिए प्रसिद्ध है।

  • क्रिकेट बैट, बॉल, ग्लव्स व अन्य उपकरण भारत को निर्यात किए जाते थे।

  • सर्जिकल उपकरणों की मात्रा सीमित होती थी, लेकिन गुणवत्ता व कम लागत के कारण भारत के व्यापारी इन्हें खरीदते थे।

व्यापार के आंकड़े और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
2019 में द्विपक्षीय व्यापार बंद होने से पहले, पाकिस्तान का भारत को वार्षिक निर्यात लगभग 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि भारत का पाकिस्तान को निर्यात 2 बिलियन डॉलर से अधिक था।
यह व्यापारिक असंतुलन भारत की वाणिज्यिक शक्ति को दर्शाता है, लेकिन पाकिस्तान के कुछ विशेष उत्पाद भारत के लिए महत्वपूर्ण थे।

मुख्य व्यापार मार्ग:

  • अटारी-वाघा सीमा

  • समुद्री मार्ग: मुंबई–कराची

  • वायु कार्गो सेवाएं

वर्तमान व्यापार स्थिति (2024–2025)
अनुच्छेद 370 हटाने और पुलवामा, पहलगाम जैसे हमलों के बाद, भारत-पाकिस्तान के बीच औपचारिक व्यापार पूर्ण रूप से बंद है। दोनों देशों ने:

  • एक-दूसरे से ‘MFN’ (मोस्ट फेवर्ड नेशन) दर्जा वापस ले लिया है

  • ऊंचे आयात शुल्क लगाए या पूर्ण प्रतिबंध लगा दिए हैं

  • अटारी-वाघा सीमा व्यापार पूरी तरह रोक दी गई है

2025 तक: केवल आपातकालीन या मानवीय सहायता वाली वस्तुओं के आदान-प्रदान की अनुमति दी जाती है, वो भी केवल विशेष मामलों में।

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vikash

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