विश्व बैंक ने पाकिस्तान को दक्षिण एशिया की सबसे कमजोर अर्थव्यवस्था करार दिया है। विश्व बैंक की ग्लोबल इकॉनमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर केवल 1.7% रहेगी। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान दक्षिण एशिया की सबसे कमजोर अर्थव्यवस्था है। देश को गरीबी से बाहर निकालने के लिए भी पाकिस्तान को परेशानियों का सामना करना होगा।
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बता दें, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 1.1 अरब डॉलर के दो ऋणों को मंजूरी देने पर फैसला टाल दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने आईएमएफ से मदद मांगी थी, लेकिन इसके एवज में आईएमएफ ने पेट्राेल, डीजल के दाम बढ़ाने की शर्त रखी। पाकिस्तान में इस वर्ष चुनाव को देखते हुए शहबाज शरीफ सरकार ईंधन के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं करना चाहती।
पाक को है 33 अरब डॉलर की जरूरत
पाकिस्तन प्राकृतिक आपदाओं, भोजन की कमी और गरीबी के बीच आर्थिक मंदी के लिए चर्चा में है। पाकिस्तान में पिछले साल जुलाई में बाढ़ आई थी, जिससे बड़े पैमाने पर खेत तबाह हो गए थे। देश में विदेशी मुद्रा भंडार 4.6 बिलियन अमेरीकी डालर के नए निचले स्तर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान की आर्थिक हालात को देखते हुए विश्लेषकों ने पाकिस्तान को राहत के लिए 33 अरब डॉलर की जरूरत बताई है।
वैश्विक मंदी की चेतावनी
विश्व बैंक ने पाकिस्तान को एक और वैश्विक मंदी की चेतावनी दी है। विश्व बैंक ने 13 जनवरी, 2023 को चालू वर्ष के दौरान पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि को दो प्रतिशत तक धीमा करने का अनुमान लगाया है। प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ का कहना है कि देश को जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए और हालातों को सुधारने के लिए अगले तीन सालों में 16.3 बिलियन अमरीकी डालर की आवश्यकता होगी।