भारत विश्व बैंक की सहायता से हरित राजमार्ग बनाएगा

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भारत सरकार और विश्व बैंक ने ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना (GNHCP) के निर्माण के लिए हाथ मिलाया है। इस परियोजना का उद्देश्य सुरक्षा और जलवायु लचीलेपन पर ध्यान केंद्रित करते हुए चार राज्यों (हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश) में 781 किलोमीटर लंबे पर्यावरण अनुकूल राजमार्गों का निर्माण करना है।

परियोजना वित्तपोषण

विश्व बैंक इस परियोजना के लिए 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण प्रदान करेगा, जिसकी कुल लागत 1288.24 मिलियन अमेरिकी डॉलर (7,662.47 करोड़ रुपये) होगी।

हरित प्रौद्योगिकी फोकस

GNHCP राजमार्ग निर्माण में हरित प्रौद्योगिकियों के उपयोग को प्रदर्शित करेगा, जिसमें शामिल हैं:

  • पुनर्नवीनीकृत सामग्रियों के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
  • फ्लाई ऐश और अपशिष्ट प्लास्टिक जैसी स्थानीय और टिकाऊ सामग्रियों का उपयोग
  • ढलान संरक्षण के लिए जैव-इंजीनियरिंग तकनीकें
  • परियोजना पूर्ण होने की समय-सीमा: GNHCP को मई 2026 तक पूरा करने की योजना है।

परियोजना घटक

  • हरित राजमार्ग गलियारे में सुधार और रखरखाव
  • परियोजना कार्यान्वयन के लिए संस्थागत क्षमता में वृद्धि
  • सड़क सुरक्षा उपाय

अपेक्षित लाभ

  • कार्बन उत्सर्जन में कमी और पर्यावरण पर प्रभाव
  • सड़क की गुणवत्ता में सुधार, सभी मौसमों में कनेक्टिविटी और सुरक्षा
  • परियोजना क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास और व्यापार में वृद्धि

भारत का पहला जीआई-टैग अंजीर जूस पोलैंड को निर्यात किया गया

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पुरंदर हाइलैंड्स फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने पोलैंड को भारत का पहला जीआई-टैग वाला अंजीर का जूस निर्यात करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले फरवरी 2023 में हांगकांग को भारत की ओर से जीआई-टैग वाले पुरंदर अंजीर की पहली वाणिज्यिक खेप का सफल निर्यात किया गया था।

भारतीय कृषि के लिए एक सफलता

अग्रणी निर्यात: पुरंदर हाइलैंड्स यूरोपीय बाजार में भारतीय अंजीर का रस निर्यात करने वाली पहली कंपनी बन गई है और हांगकांग को पुरंदर अंजीर की वाणिज्यिक मात्रा निर्यात करने वाली पहली कंपनी बन गई है।

जीआई-टैग उत्पाद: निर्यात किए जाने वाले उत्पाद पुरंदर अंजीर से बनाए जाते हैं, जो अपने स्वाद, आकार और पोषण मूल्य के लिए प्रसिद्ध हैं, जिन्हें भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग प्राप्त है।

सरकारी सहायता: कंपनी सरकार के सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करती है, जिसमें वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा पूर्व कृषि एवं रक्षा मंत्री शरद पवार का प्रोत्साहन भी शामिल है।

वैश्विक पहुंच का विस्तार

बाजार की संभावना: पोलैंड और हांगकांग को सफल निर्यात ने इन उत्पादों में रुचि पैदा की है, जो भारतीय अंजीर और अंजीर आधारित उत्पादों के लिए एक आशाजनक वैश्विक बाजार का संकेत देता है।

ब्रांड निर्माण: कंपनी वैश्विक मंच पर भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘विजिट इंडिया 2023’ अभियान का लाभ उठा रही है।

दिनेश कार्तिक को SA20 लीग का दूत नियुक्त किया गया

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भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को एसए20 (SA20) लीग का लीग दूत (एम्बेसडर) नियुक्त किया गया। कार्तिक दक्षिण अफ्रीका में खेले जाने वाले इस फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट से जुड़ने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। यह नियुक्ति लीग की वैश्विक पहुंच का विस्तार करने और टी-20 क्रिकेट के प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।

आईपीएल कनेक्शन की एक लीग

एसए20 लीग एक अनूठी क्रिकेट पहल है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से बहुत करीब से जुड़ी हुई है। इसमें छह फ्रैंचाइजी शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक आईपीएल टीम के मालिकों के स्वामित्व में है:

  • एमआई केप टाउन
  • जोबर्ग सुपर किंग्स
  • डरबन सुपर जायंट्स
  • पार्ल रॉयल्स
  • प्रिटोरिया कैपिटल्स
  • सनराइजर्स ईस्टर्न केप

आईपीएल से यह जुड़ाव न केवल वित्तीय स्थिरता लाता है, बल्कि सफल टी20 फ्रैंचाइजी चलाने का अनुभव भी देता है।

दिनेश कार्तिक: टी20 के दिग्गज खिलाड़ी

आईपीएल के दौर से जुड़ा करियर

दिनेश कार्तिक की एंबेसडर के तौर पर नियुक्ति टी20 क्रिकेट, खास तौर पर आईपीएल में उनके व्यापक अनुभव पर आधारित है। इस प्रारूप में उनकी साख प्रभावशाली है:

  • 2008 में लीग की शुरुआत से लेकर अब तक 16 साल का आईपीएल करियर
  • छह अलग-अलग आईपीएल टीमों का प्रतिनिधित्व किया
  • 26.32 की औसत से 4,842 रन बनाए
  • 135.66 की स्ट्राइक रेट बनाए रखी
  • 145 कैच लिए और 37 स्टंपिंग की

फिनिशर का टच

अपने करियर के आखिरी दौर में कार्तिक ने इस फॉर्मेट के सबसे बेहतरीन फिनिशर के तौर पर अपनी जगह बनाई। डेथ ओवरों में रन बनाने की उनकी क्षमता ने उन्हें अपनी टीमों के लिए एक मूल्यवान संपत्ति और गेंदबाजों के लिए एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी बना दिया।

आईपीएल 2024 में

कार्तिक ने पिछला प्रतिस्पर्धी टी20 मैच आईपीएल 2024 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए खेला था। उन्होंने 2024 सत्र में 14 मैच में 187.36 के स्ट्राइक रेट से 326 रन बनाए थे। कार्तिक ने भारत के लिए आखिरी मैच 2022 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 विश्व कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

 

लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा ने असम राइफल्स के महानिदेशक का पदभार संभाला

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भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा असम राइफल्स के नए महानिदेशक बने हैं। उन्होंने असम राइफल्स के शिलांग स्थित मुख्यालय में पदभार संभाला। इससे पहले असम राइफल्स की सैन्य टुकड़ी ने उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया।

पूर्व ले. जनरल टीपीएस रावत के बाद वह दूसरे उत्तराखंडी हैं जिन्हें असम राइफल्स की कमान मिली है। 55 वर्षीय लेफ्टिनेंट जनरल लखेड़ा मूलरूप से टिहरी गढ़वाल के खास पट्टी के जखंड गांव के निवासी हैं। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून के वसंत विहार में रहता है। बतौर जेंटलमैन कैडेट भारतीय सैन्य अकादमी ज्वाइन करने से पहले उन्होंने डीएवी पीजी कालेज से स्नातक किया था।

फोर सिक्ख लाई रेजीमेंट में कमीशन

सैन्य अकादमी से प्री-मिलिट्री ट्रेनिंग पूरी कर वह 09 जून 1990 को पास आउट होकर फोर सिक्ख लाई रेजीमेंट में कमीशन हुए थे। वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कालेज वेलिंगटन से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। साथ ही उच्च रक्षा प्रबंधन पाठ्यक्रम के पूर्व छात्र भी वह रहे हैं। उन्होंने दि रायल कालेज आफ डिफेंस स्टडीज लंदन से एनडीसी का कोर्स किया था।

सैन्य सेवा करने का अनुभव

उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला में डिविजनल आफिसर और सामरिक प्रशिक्षण अधिकारी, जीओसी-इन-सी के सैन्य सलाहकार, मुख्यालय पूर्वी कमांड, स्टाफ आफिसर और सेना प्रमुख के उप सैन्य सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। आतंक प्रभावित जम्मू-कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर में असम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर आदि जगह सैन्य सेवा करने का अनुभव उनके पास है।

इन पुरस्कारों से सम्मानित

असम राइफल्स की कमान संभालने से पहले वह अभी तक रक्षा मंत्रालय में एडीजी एमओ व एडीजीएमओ पद पर तैनात थे। विशिष्ट सैन्य सेवा के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल, चीफ आफ आर्मी स्टाफ कमोडेशन कार्ड व जीओसी इन सी कमोडेशन कार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस 2024: जानें इतिहास और महत्व

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हर साल भारत में राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस के रूप में एक विशेष दिन मनाया जाता है। यह दिवस हमें याद दिलाता है कि भाला फेंक सिर्फ एक खेल नहीं है बल्कि ताकत, तकनीक और धैर्य का अद्भुत मिश्रण है। हर साल मनाया जाने वाला राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस हमें हमारे देश के एथलीटों के साहस और प्रतिभा का जश्न मनाने का अवसर देता है। इसके साथ ही यह दिवस यह जानने के मदद करता है कि हमारे देश के युवा खिलाड़ी विश्वस्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस?

भारत में हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस (National Javelin Day) मनाया जाता है। बता दें कि नीरज चोपड़ा ने 7 अगस्त 2021 को टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। उनकी इस उपलब्धि के सम्मान में हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय जैवलिन थ्रो दिवस मनाया जाता है। नीरज चोपड़ा की इस उपलब्धि के अलावा इस दिवस को मनाये जाने का उद्देश्य भाला फेंक को एक लोकप्रिय खेल बनाना भी है। इसके साथ ही भाला फेंक खेल के इतिहास और महत्व को बढ़ावा देना भी है।

जैवलिन थ्रो क्या होता है?

जैवलिन थ्रो यानी भाला फेंक एक ऐसा एथलेटिक्स खेल है जिसमें एथलीट को एक लम्बा भाला जितना दूर हो सके फेंकना होता है। बता दें कि भाला, एक लम्बा, पतला और नुकीला उपकरण होता है। मौजूदा वर्ल्ड एथलेटिक्स नियमों के मुताबिक भाला की लंबाई लगभग 2.5 से 2.7 मीटर और वजन 500- 600 ग्राम तक का होता है। इसके बाद थ्रो की प्रक्रिया में खिलाड़ी एक निश्चित दूरी तक दौड़ता है और फिर भाले को फेंकता है। इसके बाद थ्रो की दूरी को मापने के लिए एक विशेष उपकरण का उपयोग किया जाता है।

राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस का महत्व

यह दिन भाला फेंक खेल की लोकप्रियता को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। यह दिन युवाओं को भाला फेंक खेल के प्रति रुचि विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह दिन राष्ट्रीय एकता को भी बढ़ावा देता है क्योंकि इस दिन हम सब मिलकर किसी खिलाड़ी की जीत का जश्न मनाते हैं। इस दिन भाला फेंक खेल के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक महत्व को समझने का अवसर मिलता है।

राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस का इतिहास

7 अगस्त 2021 को नीरज चोपड़ा ने टोक्यो खेलों के पुरुषों के भाला फेंक फाइनल के दौरान 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता था। यह भारत के लिए एथलेटिक्स में देश का पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक भी था। ऐसे में नीरज की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के सम्मान में और इस खेल को बढ़ावा देने के लिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने 10 अगस्त‚ 2021 को घोषणा की कि अब से हर साल 7 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस के रूप में मनाया जाएगा। तब से लेकर हर साल यह दिवस मनाया जाता है।

 

भारतीय वायुसेना ने एस्ट्रा मार्क-1 मिसाइलों के उत्पादन की दी मंजूरी

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भारतीय वायु सेना ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) को 200 एस्ट्रा मार्क-1 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों के उत्पादन के लिए मंजूरी दी है। एस्ट्रा मिसाइलों को रूसी मूल के सुखोई-30 और स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस विमानों में एकीकृत किया जाएगा।

हाल ही में भारतीय वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित के हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के दौरे के बाद यह मंजूरी दी गई। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने एस्ट्रा एमके-1 विकसित किया है, और इसका निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।

अस्त्र हथियार प्रणाली के बारे में

  • अस्त्र एक स्वदेशी बियॉन्ड विजुअल रेंज (बीवीआर) हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जिसे भारतीय वायु सेना के सुखोई 30 एमकेआई, एलसीए तेजस लड़ाकू विमान और भारतीय नौसेना के मिग -29 के लड़ाकू विमान से दागा जा सकता है।
  • अस्त्र एमके-1 की मारक दूरी 80-110 किमी है और इसकी अधिकतम गति 4.5 मैक है। एक मैक ध्वनि की गति के बराबर होती है। यह मिसाइल लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, क्रूज मिसाइल, ड्रोन आदि हवाई लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है।
  • डीआरडीओ अस्त्र एमके-1 का एक उन्नत संस्करण एमके-2 ,हवा से हवा में मार करने वाली बीवीआर मिसाइल भी विकसित कर रहा है। एमके-1 संस्करण के विपरीत, यह मिसाइल एक दोहरी पल्स रॉकेट मोटर का उपयोग करती है, जो इसकी मारक क्षमता को 130-160 किमी तक बढ़ा देती है।

भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के बारे में

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड की स्थापना 16 जुलाई 1970 को केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के तहत की गई थी। इसकी स्थापना देश में निर्देशित मिसाइल प्रणाली और संबद्ध उपकरणों के निर्माण के लिए की गई थी।

यह दुनिया की उन कुछ कंपनियों में से एक है जिनके पास भारतीय सशस्त्र बलों के लिए गाइडेड मिसाइलों, पानी के नीचे के हथियारों, हवाई उत्पादों और संबद्ध रक्षा उपकरणों के निर्माण और आपूर्ति के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। कंपनी की चार विनिर्माण इकाइयां तेलंगाना के हैदराबाद, भानुर और इब्राहिमपटनम तथा आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में हैं।

स्वदेशी एयर-टू-एयर मिसाइल प्रणाली की शुरुआत

स्वदेशी एयर-टू-एयर मिसाइल प्रणाली विकसित करने की यात्रा 2001 में शुरू हुई, जब DRDO ने विभिन्न हितधारकों के साथ चर्चा शुरू की। इसका उद्देश्य दृश्य सीमा से परे दुश्मन के लक्ष्यों को भेदने में सक्षम मिसाइल प्रणाली को डिजाइन और विकसित करना था। इसके बाद हैदराबाद की रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (DRDL) को इस परियोजना के लिए नोडल प्रयोगशाला के रूप में पहचाना गया। प्रारंभिक अध्ययन करने और परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए एक समर्पित टास्क फोर्स का गठन किया गया।

Reliance दो पायदान चढ़कर फॉर्च्यून ग्लोबल की सूची में 86वें स्थान पर

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रिलायंस इंडस्ट्रीज फॉर्च्यून ग्लोबल-500 की इस साल की सूची में 86वें स्थान पर रही है। पिछले साल के मुकाबले उसकी स्थिति दो पायदान सुधरी है। भारतीय कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान सबसे ऊपर बना हुआ है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज पिछले साल 88वें स्थान पर थी। तीन साल में यह सूची में 69 स्थान की छलांग लगा चुकी है। रिलायंस वर्ष 2021 में 155वें स्थान पर थी।

लगातार 21 साल से इस वैश्विक सूची में

फॉर्च्यून ने अपनी वेबसाइट पर 2024 की सूची जारी करते हुए कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लगातार 21 साल से इस वैश्विक सूची में अपनी जगह बनाये हुए है। कंपनी का राजस्व पिछले साल 108.8 अरब डॉलर जबकि लाभ 8.4 अरब डॉलर था।

नौ भारतीय कंपनियां शामिल

इस साल की रैंकिंग में नौ भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इनमें से पांच सार्वजनिक क्षेत्र की हैं। बीमा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) 2024 की सूची में 12 पायदान चढ़कर 95वें स्थान पर पहुंच गई जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) 22 स्थान फिसलकर 116वें स्थान पर रही।

इस सूची में भारतीय स्टेट बैंक

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 57 पायदान चढ़कर 178वें स्थान पर रहा। सूची में भारतीय कंपनियों में ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) क्रमशः 22 और 25 स्थान फिसल कर क्रमश: 180वें और 258वें स्थान पर रहीं। टाटा मोटर्स 66 पायदान ऊपर 271वें स्थान पर जबकि एचडीएफसी बैंक 306वें स्थान और राजेश एक्सपोर्ट्स सूची में 463वें पायदान पर हैं।

लगातार 11वें साल पहले पायदान पर

फॉर्च्यून के अनुसार, अमेरिकी खुदरा कंपनी वॉलमार्ट लगातार 11वें साल पहले पायदान पर बनी हुई है जबकि अमेजन दूसरे स्थान (पिछले साल चौथे स्थान पर) पर है। सूची में सऊदी अरामको चौथे पायदान पर रही जबकि बीते वर्ष यह दूसरे स्थान पर थी। हालांकि, 121 अरब डॉलर के मुनाफे के साथ, यह लगातार तीसरे साल सूची में सबसे ज्यादा लाभ कमाने वाली कंपनी थी। चीन की सरकारी कंपनियों में बिजली इकाई स्टेट ग्रिड सूची में तीसरे पर स्थान है।

टॉप 10 फॉर्च्यून ग्लोबल की सूची

विश्व में स्थान   कंपनी  देश
1 वॉल-मार्ट  संयुक्त राज्य अमेरिका
2 अमेज़न संयुक्त राज्य अमेरिका
3 स्टेट ग्रिड  चीन
4 सऊदी अरामको  सऊदी अरब
5 सिनोपेक  चीन
6 चाइना नेशनल पेट्रोलियम  चीन
7 एप्पल   संयुक्त राज्य अमेरिका
8 यूनाइटेड हैल्थ ग्रुप   संयुक्त राज्य अमेरिका
9 बर्कशायर हैथवे संयुक्त राज्य अमेरिका
10 सीवीएस हैल्थ  संयुक्त राज्य अमेरिका

राज्य सरकार और SBI जनरल इंश्योरेंस ने DRTPS के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

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आपदा तैयारियों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य सरकार और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने आपदा जोखिम हस्तांतरण पैरामीट्रिक बीमा समाधान (डीआरटीपीएस) के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इससे नागालैंड देश का पहला राज्य बन गया है जिसने इस आपदा प्रबंधन बीमा को लागू किया है।

राज्य की सुरक्षा के उद्देश्य से

राज्य के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने घोषणा की कि नई बीमा साझेदारी का उद्देश्य राज्य को प्राकृतिक आपदाओं से बचाना है। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और नागालैंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनएसडीएमए) के बीच हस्ताक्षरित समझौता पूरे राज्य के लिए व्यापक कवरेज सुनिश्चित करता है।

आपदाओं की शांति और राज्य के सीमित स्रोत

हस्ताक्षर समारोह के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए रियो ने आपदाओं की अप्रत्याशितता और उन्हें स्वतंत्र रूप से प्रबंधित करने के लिए राज्य के सीमित संसाधनों पर जोर दिया। उन्होंने गृह मंत्रालय और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस सहित अन्य शामिल एजेंसियों के प्रति समझौते को सुविधाजनक बनाने के लिए आभार व्यक्त किया। रियो ने कहा, “हमें नहीं पता कि आपदा कब आएगी और हमारे अपने संसाधनों के बिना, यह बीमा होना आश्वस्त करने वाला है।”

सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना लक्ष्य

रियो ने कहा, “हालांकि हम प्रीमियम का भुगतान करेंगे, लेकिन हमें यह जानकर तसल्ली है कि किसी बड़ी आपदा की स्थिति में, यह बीमा बहुत ज़रूरी सुरक्षा प्रदान करेगा।” मुख्यमंत्री ने इस पहल में जनता की भागीदारी के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बीमा का उद्देश्य सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

सभी शामिल एजेंसियां

उन्होंने कहा, “चाहे सूखा हो या भूस्खलन, जिससे संपत्ति या फसलें नष्ट हो जाती हैं, यह बीमा हमें बेहतर तरीके से पुनर्निर्माण करने में मदद करेगा।” रियो ने इसे संभव बनाने में शामिल सभी एजेंसियों की सराहना की।

आपदा प्रबंधन की दिशा में सक्रिय कदम

यह पहल नागालैंड में आपदा प्रबंधन की दिशा में एक सक्रिय कदम है, जो संकट के समय राज्य के निवासियों के लिए सुरक्षा कवच प्रदान करती है। किसी व्यक्ति द्वारा भुगतान की जाने वाली राशि के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एक ऐसी व्यवस्था बनाएगी, जिसमें राज्य प्रीमियम की कुछ राशि का भुगतान करेगा और साथ ही सरकारी खजाने पर बहुत अधिक बोझ नहीं पड़ेगा, जबकि बीमा कंपनी भी अपनी भूमिका निभाएगी।

आपसी विश्वास पर आधारित

उन्होंने कहा कि यह परियोजना आपसी विश्वास पर आधारित है और इससे बीमा कंपनी और राज्य सरकार दोनों को लाभ होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को कवर करेगा, उन्होंने कहा कि यह पूरे राज्य के लिए है। इससे पहले, हस्ताक्षर समारोह की अध्यक्षता नागालैंड के मुख्य सचिव डॉ. जे. आलम ने की, जबकि एनएसडीएमए और एनआरई के सलाहकार जेड न्यूसिथो न्यूथे ने उद्घाटन भाषण दिया।

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

  • नागालैंड की राजधानी: कोहिमा (कार्यकारी शाखा)
  • नागालैंड के मुख्यमंत्री: नेफ्यू रियो
  • नागालैंड (पहले था): असम का हिस्सा
  • नागालैंड का पक्षी: ब्लिथ का ट्रैगोपैन
  • नागालैंड का राक्षसी नाम: नागा
  • नागालैंड में जिले: 16

 

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भारत बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा

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भारत सरकार का विदेश मंत्रालय भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से 6 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली में प्रथम बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

व्यापार शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्देश्य

बिजनेस शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्देश्य बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) के सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों के माध्यम से अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।

सहभागी सदस्य

व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर करेंगे। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और अन्य नेता मुख्य भाषण देंगे। व्यापार, वाणिज्य एवं उद्योग तथा ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े बिम्सटेक सदस्य देशों के कई मंत्री, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता, उद्यमी और उद्योग संघ इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।

300 से अधिक प्रमुख हितधारक

इस आयोजन में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, ताकि आर्थिक सहयोग को सुगम बनाया जा सके तथा व्यापार सुविधा, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी विकास और सतत विकास जैसे फोकस क्षेत्रों में आगे के रास्ते तलाशे जा सकें।

बिम्सटेक को बहुत महत्व

भारत बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) को बहुत महत्व देता है, जो दक्षिण एशिया के पांच देशों (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत और श्रीलंका) तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के दो देशों (म्यांमार और थाईलैंड) को जोड़ता है।

बिम्सटेक के बारे में

बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) सात दक्षिण एशियाई और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसमें 1.73 बिलियन लोग रहते हैं और इसका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद 5.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (2023) है। बंगाल की खाड़ी पर निर्भर देशों में बिम्सटेक के सदस्य देश बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं।

 

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राष्ट्रपति मुर्मू की छह दिवसीय यात्रा फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की छह दिवसीय यात्रा पर रवाना हुईं, जो महत्वपूर्ण राजनयिक जुड़ावों को चिह्नित करती है। यह यात्रा किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी और तिमोर-लेस्ते की पहली यात्रा होने के कारण उल्लेखनीय है।

फिजी की यात्रा (5-7 अगस्त)

निमंत्रण: राष्ट्रपति विलियम मैवालिली काटोनीवरे।

गतिविधियाँ: राष्ट्रपति काटोनीवरे और प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका के साथ द्विपक्षीय बैठकें।

कार्यक्रम: फिजी संसद को संबोधित करना और भारतीय मूल के सदस्यों के साथ बातचीत करना।

न्यूजीलैंड की यात्रा (8-9 अगस्त)

निमंत्रण: गवर्नर-जनरल सिंडी कीरो।

महत्व: आठ वर्षों में भारत से न्यूज़ीलैंड की पहली राष्ट्रपति यात्रा।

गतिविधियाँ: गवर्नर-जनरल कीरो, प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स के साथ द्विपक्षीय बैठकें।

कार्यक्रम: गवर्नर-जनरल कीरो राष्ट्रपति मुर्मू के सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे।

तिमोर-लेस्ते की यात्रा (10 अगस्त)

गतिविधियाँ: राष्ट्रपति होर्ता के साथ द्विपक्षीय बैठक और भारतीय समुदाय के साथ बातचीत।

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