ब्रह्मकुमारीज प्रमुख दादी रतनमोहिनी का निधन

ब्रह्माकुमारी संस्था की आध्यात्मिक प्रमुख दादी रतन मोहिनी का निधन अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में हो गया। उन्होंने 25 मार्च को अपना 100वां जन्मदिन मनाया था। दादी रतन मोहिनी विश्वप्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्था की एक प्रेरणादायक शक्ति रही हैं और वर्ष 2021 से इसकी प्रमुख प्रशासिका के रूप में कार्यरत थीं। उनका जन्म हैदराबाद, सिंध (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन शांति, नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक चेतना के प्रसार के लिए समर्पित कर दिया, जिसमें 1954 में आयोजित वर्ल्ड पीस कॉन्फ्रेंस जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच भी शामिल रहे। उनका निधन मानवता के आध्यात्मिक उत्थान की एक लंबी और समर्पित यात्रा का अंत है।

प्रमुख बिंदु 

दादी रतन मोहिनी का विवरण 

  • जन्म के समय का नाम: लक्ष्मी

  • आध्यात्मिक नाम: दादी रतन मोहिनी

  • जन्म: 25 मार्च 1925, हैदराबाद, सिंध (विभाजन से पूर्व भारत, अब पाकिस्तान में)

  • निधन: 8 अप्रैल 2025, अहमदाबाद, गुजरात में 100 वर्ष की आयु में

पद और उत्तरदायित्व 

  • पद: ब्रह्माकुमारी संस्था की प्रमुख प्रशासिका (2021 से निधन तक)

  • पूर्ववर्ती: दादी जानकी (जिनका निधन 2020 में 104 वर्ष की आयु में हुआ)

  • प्रारंभिक जीवन: एक समृद्ध और धर्मपरायण परिवार में जन्म, भारत-पाक विभाजन के बाद भारत में बस गईं

वैश्विक पहचान 

  • अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व: 1954 में जापान में आयोजित विश्व शांति सम्मेलन में भाग लिया

  • विदेश यात्राएं: हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया सहित कई देशों की यात्रा

  • महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा: 2006 में 31,000 किलोमीटर की आध्यात्मिक यात्रा की

  • योगदान: शिक्षाओं और यात्राओं के माध्यम से नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रसार किया

श्रद्धांजलि 

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु: दादी का उनके व्यक्तिगत जीवन पर गहरा प्रभाव बताया

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

  • राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा

 

भारत-यूएई रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के लिए सहमत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मक्तूम ने 8 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में उच्च स्तरीय वार्ता की, जिसका उद्देश्य भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना था। उनकी बातचीत रक्षा, तटरक्षक बल संचालन, व्यापार, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और जनसंपर्क संबंधों में सहयोग को सशक्त बनाने पर केंद्रित रही। भारत में क्राउन प्रिंस के रूप में शेख हमदान की यह पहली आधिकारिक यात्रा थी, जो द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। यह यात्रा दोनों देशों की साझा रणनीतिक प्राथमिकताओं और पारस्परिक आर्थिक हितों को रेखांकित करती है।

प्रमुख बिंदु 

रक्षा और सुरक्षा सहयोग 

  • भारत और यूएई ने रक्षा एवं तटरक्षक बल सहयोग को और गहरा करने पर सहमति जताई।

  • तटरक्षक बल सहयोग को औपचारिक रूप देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

  • शेख हमदान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच हुई बातचीत में व्यापारिक संबंधों की तरह रक्षा संबंधों को भी ऊंचे स्तर तक ले जाने पर बल दिया गया।

प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान:

  • संयुक्त प्रशिक्षण और आदान-प्रदान कार्यक्रम

  • सह-उत्पादन और सह-विकास परियोजनाएं

  • रक्षा निर्माण में सहयोग

  • दोनों पक्षों ने इंडिया-यूएई डिफेंस पार्टनरशिप फोरम का स्वागत किया।

  • मेक-इन-इंडिया और मेक-इन-एमिरेट्स पहलों के बीच सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई।

उच्च स्तरीय राजनयिक संवाद 

  • प्रधानमंत्री मोदी ने शेख हमदान की यात्रा को “गहरी मित्रता की पुष्टि” बताया।

  • विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी शेख हमदान से मुलाकात की और मजबूत संबंधों के लिए आभार जताया।

  • शेख हमदान ने भारत-यूएई संबंधों को “विश्वास पर आधारित, इतिहास द्वारा आकारित” बताया।

व्यापार और आर्थिक सहयोग 

  • दुबई चैंबर ने मुंबई में दुबई-इंडिया बिज़नेस फोरम का आयोजन किया, जिसमें 200 भारतीय व्यापारिक नेताओं ने भाग लिया।

महत्वपूर्ण व्यापारिक आँकड़े:

  • भारत-यूएई गैर-तेल व्यापार (2023): $54.2 बिलियन

  • दुबई-भारत द्विपक्षीय व्यापार: $45.4 बिलियन

  • भारत में दुबई का निवेश: $4.68 बिलियन

2024 में:

  • 16,623 भारतीय कंपनियाँ दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स में शामिल हुईं।

  • अब दुबई में 70,000 से अधिक भारतीय कंपनियाँ कार्यरत हैं।

संपर्क और जन-सामान्य संबंध 

  • 2024 में दुबई ने 3.14 मिलियन दक्षिण एशियाई पर्यटकों का स्वागत किया, जिनमें सबसे अधिक संख्या भारत से थी।

  • नेताओं ने सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और संपर्क के माध्यमों की भूमिका को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण बताया।

NASA ने नवीनतम आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले देश के रूप में बांग्लादेश का स्वागत किया

बांग्लादेश ने 8 अप्रैल 2025 को आर्टेमिस समझौते (Artemis Accords) पर हस्ताक्षर कर अंतरिक्ष अन्वेषण में अपनी प्रतिबद्धता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकट किया। इस ऐतिहासिक कदम के साथ बांग्लादेश इस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला 54वां देश बन गया। यह कार्यक्रम ढाका में आयोजित किया गया, जिसमें रक्षा सचिव अशरफ उद्दीन ने बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, NASA की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने बांग्लादेश के इस निर्णय का स्वागत करते हुए इसे अंतरिक्ष सहयोग के नए युग की शुरुआत बताया।

मुख्य बिंदु:

बांग्लादेश की अंतरिक्ष यात्रा में नई शुरुआत

  • बांग्लादेश ने 8 अप्रैल 2025 को आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर किए।

  • यह कदम शांतिपूर्ण, पारदर्शी और सतत अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति बांग्लादेश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

  • इससे बांग्लादेश को वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में और अधिक मजबूती मिलेगी और NASA तथा अन्य देशों के साथ सहयोग के नए अवसर खुलेंगे।

आर्टेमिस समझौते का महत्व

  • यह समझौता 2020 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य सुरक्षित और जिम्मेदार अंतरिक्ष अन्वेषण को बढ़ावा देना है।

  • यह अंतरराष्ट्रीय संधियों जैसे Outer Space Treaty, Registration Convention, और Rescue and Return Agreement पर आधारित है।

  • इसका मकसद अंतरिक्ष अभियानों के जोखिम को कम करना और सहयोग को बढ़ावा देना है।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग की दिशा में कदम

  • NASA की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने बांग्लादेश को बधाई दी और इसके सहयोग की सराहना की।

  • बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने वैश्विक समुदाय के लिए खुले और शांतिपूर्ण अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्व पर बल दिया।

  • अमेरिकी दूतावास की चार्ज डी अफेयर्स ट्रेसी जैकबसन ने भी समारोह में भाग लिया और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूती दी।

आर्टेमिस कार्यक्रम और बांग्लादेश की भूमिका

  • NASA का आर्टेमिस कार्यक्रम चंद्रमा पर मानवों को वापस भेजने और आगे चलकर मंगल ग्रह पर मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है।

  • इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से बांग्लादेश को संयुक्त अभियानों, तकनीकी साझेदारी और वैज्ञानिक जानकारी के आदान-प्रदान का अवसर मिलेगा।

वैश्विक प्रभाव

  • अब तक 50 से अधिक देश आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर कर चुके हैं, जो नागरिक अंतरिक्ष अन्वेषण में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को दर्शाता है।

  • सभी सदस्य देश वैज्ञानिक आंकड़ों के सार्वजनिक प्रकाशन, अंतरिक्ष संसाधनों के जिम्मेदार उपयोग, और अंतरिक्ष में पारदर्शिता जैसे सिद्धांतों को मानते हैं।

यह कदम न केवल बांग्लादेश की अंतरिक्ष आकांक्षाओं को मजबूती देगा, बल्कि अंतरिक्ष के वैश्विक मंच पर उसे एक उत्तरदायी और सक्रिय भागीदार के रूप में स्थापित करेगा।

सारांश/स्थिर जानकारी विवरण
समाचार में क्यों? नासा ने बांग्लादेश का आर्टेमिस समझौते में नए हस्ताक्षरकर्ता के रूप में स्वागत किया
बांग्लादेश की भूमिका बांग्लादेश आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला 54वां देश बना
आर्टेमिस समझौते का उद्देश्य अंतरिक्ष की सुरक्षित, सतत और पारदर्शी खोज को बढ़ावा देना
प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता अशरफ उद्दीन (बांग्लादेश के रक्षा सचिव) और NASA के अधिकारी
वैश्विक प्रभाव अब तक 50 से अधिक देश इस समझौते से जुड़ चुके हैं
नासा का मिशन मानवों को पुनः चंद्रमा पर भेजना और भविष्य के मंगल अभियानों की तैयारी करना
अंतरराष्ट्रीय सहयोग NASA और बांग्लादेश के बीच सहयोग सहित वैश्विक अंतरिक्ष साझेदारी को बढ़ावा देना
कानूनी ढांचा Outer Space Treaty, Registration Convention व अन्य समझौतों पर आधारित

द्विमासिक आरबीआई मौद्रिक नीति 2025: RBI ने ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने नए वित्तीय वर्ष की पहली नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दरों में कटौती की घोषणा की है। 7 से 9 अप्रैल 2025 के बीच हुई 54वीं बैठक में समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर को 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 6% करने का निर्णय लिया, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। इसके साथ ही स्टैंडिंग डिपॉज़िट फैसिलिटी (SDF) दर को 5.75% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) व बैंक दर को 6.25% कर दिया गया है।

बैठक की अध्यक्षता RBI गवर्नर श्री संजय मल्होत्रा ने की, और इसमें डॉ. नागेश कुमार, श्री सौगता भट्टाचार्य, प्रो. राम सिंह, डॉ. राजीव रंजन और श्री एम. राजेश्वर राव शामिल हुए। वर्ष 2025 के लिए अगली MPC बैठकें जून, अगस्त, अक्टूबर, दिसंबर और फरवरी में निर्धारित हैं।

वर्तमान नीतिगत दरें:

नीति दर
रेपो दर 6.00%
SDF दर 5.75%
MSF दर 6.25%
बैंक दर 6.25%
फिक्स्ड रिवर्स रेपो दर 3.35%

RBI द्वारा घोषित 6 अतिरिक्त उपाय:

  1. संकटग्रस्त परिसंपत्तियों (stressed assets) की सेक्यूरिटाइजेशन की सुविधा प्रस्तावित।

  2. सह-उधारी (co-lending) दिशानिर्देश सभी नियामक संस्थाओं व सभी प्रकार के ऋणों पर लागू होंगे।

  3. सोने के विरुद्ध ऋण (loan against gold) के लिए नए नियामक प्रावधान।

  4. आंशिक क्रेडिट एन्हांसमेंट (Partial Credit Enhancement) पर व्यापक दिशा-निर्देश।

  5. NPCI को बैंकों और हितधारकों की सलाह से UPI के व्यक्ति-से-व्यापारी लेनदेन की सीमा ₹2 लाख से अधिक बढ़ाने की स्वतंत्रता

  6. रेगुलेटरी सैंडबॉक्स को विषय-तटस्थ (theme-neutral) और ऑन-टैप रूप में लागू किया जाएगा।

GDP वृद्धि अनुमान (RBI द्वारा):

अवधि पूर्व अनुमान नया अनुमान
FY26 6.7% 6.5%
Q1 FY26 6.7% 6.5%
Q2 FY26 7.0% 6.7%
Q3 FY26 6.5% 6.6%
Q4 FY26 6.5% 6.3%

CPI मुद्रास्फीति अनुमान (RBI द्वारा):

अवधि पूर्व अनुमान नया अनुमान
FY26 4.2% 4.0%
Q1 FY26 4.5% 3.6%
Q2 FY26 4.0% 3.9%
Q3 FY26 3.8% 3.8%
Q4 FY26 4.2% 4.4%

यह मौद्रिक नीति समीक्षा RBI के विकास व स्थिरता के संतुलन की ओर बढ़ते दृष्टिकोण को दर्शाती है, जहां ब्याज दरों में कटौती के माध्यम से आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया है, जबकि मुद्रास्फीति को भी नियंत्रण में रखा गया है।

Viral Davda बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में डिप्टी सीआईओ नियुक्त

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने अपनी तकनीकी आधारभूत संरचना को आधुनिक बनाने और भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। BSE ने विरल दावड़ा को नया उप-मुख्य सूचना अधिकारी (Deputy CIO) नियुक्त किया है। तकनीक और वित्तीय क्षेत्रों में 20 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, दावड़ा की यह नियुक्ति BSE के तेज़ी से बदलते वित्तीय परिदृश्य के अनुरूप अपनी IT रणनीति को सशक्त करने की योजना से मेल खाती है।

मुख्य बिंदु – विरल दावड़ा की नियुक्ति

BSE में नई भूमिका:
दावड़ा को BSE का Deputy CIO नियुक्त किया गया है, जहाँ वे तकनीकी नवाचारों का नेतृत्व करेंगे।

20+ वर्षों का अनुभव:
IT रणनीति, नवाचार और परियोजना प्रबंधन में व्यापक अनुभव के साथ वे तकनीकी बदलावों को सफलतापूर्वक संभालने के लिए जाने जाते हैं।

NCDEX में पूर्व भूमिका:
उन्होंने नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX) में 15 वर्षों से अधिक सेवा दी, और अप्रैल 2021 से मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) के रूप में कार्यरत थे।

प्रमुख डिजिटल परियोजनाओं का नेतृत्व:
हाइब्रिड क्लाउड ट्रांजिशन, नवाचारपूर्ण IT समाधान, और परिचालन अनुकूलन जैसे कई महत्वपूर्ण तकनीकी प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक लागू किया।

सम्मानित प्रोफेशनल:
वर्ष 2022 में BFSI टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस अवार्ड्स में उन्हें NBFC श्रेणी में ‘CTO ऑफ द ईयर’ के सम्मान से नवाज़ा गया।

BSE की तकनीकी क्षमता:
BSE प्रतिदिन 400GB डेटा इनजेस्ट करता है और प्रति सेकंड 1 लाख ऑर्डर प्रोसेस करता है, जो उसकी उच्च स्तरीय IT क्षमता को दर्शाता है।

रणनीतिक नेतृत्व:
दावड़ा से उम्मीद है कि वे BSE की IT अवसंरचना के आधुनिकीकरण और नवाचार को दिशा देंगे ताकि यह संस्था तेजी से बदलते बाजार की आवश्यकताओं को पूरा कर सके।

भविष्य-उन्मुख तकनीकी ढांचा:
यह नियुक्ति BSE की उस रणनीति को दर्शाती है, जिसके तहत वह सुरक्षित, स्केलेबल और आधुनिक टेक्नोलॉजी सिस्टम विकसित करना चाहती है।

विरल दावड़ा की नियुक्ति से BSE को न केवल तकनीकी मज़बूती मिलेगी, बल्कि भारत के पूंजी बाज़ार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त भी प्राप्त होगी।

सारांश / स्थिर विवरण विवरण
समाचार में क्यों? विरल दावड़ा की बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में डिप्टी CIO के रूप में नियुक्ति
नियुक्त व्यक्ति विरल दावड़ा
पद उप-मुख्य सूचना अधिकारी (Deputy CIO)
संस्था बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)
पिछला अनुभव NCDEX में 15+ वर्षों का कार्यकाल, अंतिम पद CTO
सम्मान CTO ऑफ द ईयर (NBFC श्रेणी) – 2022 BFSI टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस अवार्ड्स
NCDEX में प्रमुख परियोजनाएँ हाइब्रिड क्लाउड अपनाना, परिचालन नवाचार
BSE की डेटा क्षमता प्रति दिन 400GB डेटा प्रोसेसिंग, प्रति सेकंड 1 लाख ऑर्डर प्रोसेसिंग क्षमता
रणनीतिक उद्देश्य IT अवसंरचना को मज़बूत करना और नवाचार को बढ़ावा देना

RBI ने सत्यापित वित्तीय अपडेट के लिए व्हाट्सएप चैनल लॉन्च किया

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने डिजिटल संचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। RBI ने अपना आधिकारिक और सत्यापित WhatsApp चैनल लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य पूरे देश में उपयोगकर्ताओं तक वास्तविक समय में सटीक वित्तीय जानकारी पहुंचाना है। यह पहल ‘RBI कहता है’ अभियान का हिस्सा है, जो वित्तीय साक्षरता, डिजिटल सुरक्षा और धोखाधड़ी से बचाव को बढ़ावा देता है।

मुख्य विशेषताएँ – RBI WhatsApp चैनल

सीधी वित्तीय जानकारी:
उपयोगकर्ताओं को वित्तीय नियमों, सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग, और धोखाधड़ी से संबंधित जागरूकता के बारे में रियल-टाइम अलर्ट और अपडेट प्राप्त होंगे।

QR कोड के ज़रिए आसान पहुँच:
WhatsApp चैनल को जॉइन करने के लिए बस RBI द्वारा प्रदान किया गया QR कोड स्कैन करना होगा।

‘RBI कहता है’ अभियान को समर्थन:
यह पहल टीवी, एसएमएस और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से चलाए जा रहे अभियान को और मज़बूत करती है ताकि लोगों में वित्तीय साक्षरता बढ़ाई जा सके।

डिजिटल विश्वास को मज़बूती:
यह पहल डिजिटल बैंकिंग सिस्टम में लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए आधिकारिक और विश्वसनीय संचार प्रदान करती है।

समावेशी वित्तीय साक्षरता:
ग्रामीण और दूरदराज़ के इलाकों में जहां वित्तीय जानकारी की पहुँच सीमित है, वहाँ तक यह चैनल शिक्षा और जागरूकता फैलाने में मदद करेगा।

WhatsApp का व्यापक उपयोग:
WhatsApp के बड़े यूजर बेस का लाभ उठाकर यह पहल स्थानीय और समझने योग्य भाषा में जानकारी देकर अंतिम व्यक्ति तक पहुँच बनाने का काम करेगी।

डिजिटल पेमेंट्स अवेयरनेस वीक 2025 के दौरान घोषणा:
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इस अवसर पर कहा कि भारत के 40% वयस्कों को अभी भी डिजिटल वित्तीय तंत्र से जोड़े जाने की ज़रूरत है।

RBI के डिजिटल सुरक्षा ढांचे के अनुरूप:
यह चैनल गैर-कार्ड आधारित डिजिटल लेनदेन के लिए डायनामिक, नॉन-रीयूजेबल ऑथेंटिकेशन तरीकों के ज़रिए सुरक्षित लेनदेन को बढ़ावा देगा।

यह पहल डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाती है और देश के हर नागरिक को सुरक्षित, सुलभ और सशक्त डिजिटल वित्तीय सेवाओं से जोड़ने में एक अहम भूमिका निभाएगी। यदि आप चाहें तो मैं इस WhatsApp चैनल को जॉइन करने के निर्देश भी हिंदी में समझा सकता हूँ।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा “भारत में महिलाएं और पुरुष 2024” रिपोर्ट जारी की गई

“भारत में महिला और पुरुष 2024” रिपोर्ट भारत में विभिन्न क्षेत्रों में लिंग-विशिष्ट डेटा का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत करती है, जो प्रगति और लगातार चुनौतियों दोनों पर प्रकाश डालती है। यह शिक्षा, वित्तीय समावेशन, राजनीतिक भागीदारी और स्वास्थ्य में सकारात्मक रुझानों पर प्रकाश डालती है।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा जारी “भारत में महिला और पुरुष 2024” रिपोर्ट, भारत में विभिन्न क्षेत्रों में लिंग-विशिष्ट डेटा का गहन अवलोकन प्रदान करती है। यह महिलाओं द्वारा की गई प्रगति और उनके सामने आने वाली लगातार चुनौतियों के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान करती है। रिपोर्ट में शिक्षा, वित्तीय समावेशन, राजनीतिक भागीदारी और स्वास्थ्य में प्रगति पर प्रकाश डाला गया है, साथ ही रोजगार, नेतृत्व की भूमिकाओं और ग्रामीण-शहरी पहुँच में चल रही असमानताओं को भी संबोधित किया गया है। निम्नलिखित विश्लेषण प्रमुख निष्कर्षों, उनके निहितार्थों और आगे हस्तक्षेप की आवश्यकता वाले क्षेत्रों पर गहराई से चर्चा करता है।

रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष

1. शिक्षा – लिंग समानता रुझान

लिंग समानता सूचकांक (जीपीआई)

  • शिक्षा के सभी स्तरों पर जीपीआई 1.00 से ऊपर बनी हुई है, जो पुरुष छात्रों की तुलना में महिला नामांकन की अधिकता को दर्शाता है।
  • प्राथमिक स्तर: 1.03
  • उच्च प्राथमिक स्तर: 1.02
  • उच्चतर माध्यमिक स्तर: 1.02
  • निहितार्थ: लड़कियां सभी स्तरों पर शिक्षा में तेजी से भाग ले रही हैं, जो शिक्षा में लैंगिक समानता में प्रगति को दर्शाता है।

2. श्रम बल भागीदारी (15+ वर्ष)

महिला श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर)

  • 2017-18 में 49.8% से बढ़कर 2023-24 में 60.1% हो जाएगा।
  • निहितार्थ: अधिक संख्या में महिलाएं कार्यबल में शामिल हो रही हैं, जो बेहतर आर्थिक भागीदारी और सशक्तिकरण का संकेत है।

3. बैंकिंग पहुंच और वित्तीय समावेशन

बैंक खाते और जमा

  • 2023-24 में कुल बैंक खातों में महिलाओं की हिस्सेदारी 39.2% होगी तथा कुल जमा में उनका योगदान 39.7% होगा।
  • ग्रामीण महिलाओं के पास 42.2% बैंक खाते हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक वित्तीय स्वतंत्रता का संकेत है।
  • निहितार्थ: महिलाएं औपचारिक वित्तीय प्रणालियों में तेजी से शामिल हो रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्वायत्तता बढ़ रही है।

4. शेयर बाजार में भागीदारी

डीमैट खातों में वृद्धि

  • कुल डीमैट खाते 2021 में 33.26 मिलियन से बढ़कर 2024 में 143.02 मिलियन हो गए।
  • महिला खाताधारकों की संख्या 6.67 मिलियन से बढ़कर 27.71 मिलियन हो गई, जो तीन वर्षों में 4.2 गुना वृद्धि है।
  • निहितार्थ: शेयर बाजार में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि महिलाओं में बढ़ती वित्तीय साक्षरता और निवेश रुचि को दर्शाती है।

5. उद्यमिता

महिला-नेतृत्व वाले उद्यम

  • महिला-नेतृत्व वाली स्वामित्व प्रतिष्ठानों की हिस्सेदारी
  • विनिर्माण, व्यापार और सेवाओं में महिला नेतृत्व वाले प्रतिष्ठानों की हिस्सेदारी 2021-22 से बढ़कर 2023-24 हो गई।
  • निहितार्थ: महिला उद्यमिता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो व्यवसाय क्षेत्र में संसाधनों और अवसरों तक बेहतर पहुंच का संकेत है।

6. राजनीतिक भागीदारी – मतदान रुझान

महिला मतदाता मतदान

  • 2024 के चुनावों में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 65.8% तक पहुंच गया, जो पुरुषों के 65.5% मतदान प्रतिशत के लगभग बराबर है।
  • निहितार्थ: महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी बढ़ रही है, तथा महिला मतदाता लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में समान भूमिका निभा रही हैं।

7. महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप

महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स का विकास

  • कम से कम एक महिला निदेशक वाले स्टार्टअप की संख्या 2017 में 1,943 से बढ़कर 2024 में 17,405 हो गई, जो 800% से अधिक की वृद्धि है।
  • निहितार्थ: महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स में वृद्धि उद्यमिता में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने वाली नीतियों की सफलता को दर्शाती है।

8. स्वास्थ्य और प्रजनन रुझान

स्वास्थ्य और जीवन प्रत्याशा

  • कुल प्रजनन दर (टीएफआर) 2023 में घटकर 2.0 हो जाएगी, जो जन्म दर में कमी का संकेत है।
  • महिलाओं की जीवन प्रत्याशा बढ़कर 71.3 वर्ष हो गई, जो महिलाओं के स्वास्थ्य परिणामों में सुधार का संकेत है।
  • निहितार्थ: महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, जो बेहतर प्रजनन नियंत्रण और लंबी जीवन प्रत्याशा द्वारा चिह्नित है।

रिपोर्ट का विश्लेषण

रिपोर्ट में सकारात्मक बातें

  • डिजिटल समावेशन: महिलाओं द्वारा डीमैट खातों और बैंक खाता स्वामित्व में उल्लेखनीय वृद्धि, बढ़ती वित्तीय सशक्तीकरण को दर्शाती है।
  • शैक्षिक समानता: विभिन्न शिक्षा स्तरों पर 1.0 से अधिक जीपीआई का लगातार बने रहना शिक्षा में लिंग अंतर को कम करने में प्रगति को दर्शाता है।
  • राजनीतिक और सामाजिक सहभागिता: महिला मतदाताओं की संख्या में वृद्धि और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप शासन और व्यवसाय में महिलाओं की अधिक भागीदारी की ओर इशारा करते हैं।
  • बेहतर श्रम भागीदारी : महिला एलएफपीआर में उल्लेखनीय वृद्धि औपचारिक क्षेत्र में उच्चतर समावेशन का संकेत है।

लगातार अंतराल और चिंताएँ

  • क्षेत्रीय रोजगार अंतराल: महिलाएं अभी भी कम वेतन वाले अनौपचारिक क्षेत्रों में केंद्रित हैं, जिससे उनकी आर्थिक उन्नति सीमित हो रही है।
  • डिजिटल विभाजन: शेयर बाजार में भागीदारी में लैंगिक अंतर अभी भी बना हुआ है, महिलाओं के पास पुरुषों की तुलना में काफी कम डीमैट खाते हैं।
  • नेतृत्व में अल्प प्रतिनिधित्व: शिक्षा और उद्यमिता में प्रगति के बावजूद, निगमों और राजनीति में वरिष्ठ नेतृत्व की भूमिकाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व अभी भी अल्प है।
  • ग्रामीण-शहरी असंतुलन : ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को शहरी समकक्षों की तुलना में डिजिटल साक्षरता, इंटरनेट पहुंच और स्वास्थ्य देखभाल में धीमी प्रगति का सामना करना पड़ता है।

आगे बढ़ने का रास्ता

  • कौशल एवं रोजगार: महिलाओं के कौशल उन्नयन तथा आईटी, हरित ऊर्जा और डिजिटल वित्त जैसे उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में औपचारिक रोजगार के अवसर सृजित करने पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
  • नेतृत्व समावेशन: निर्णय लेने वाले निकायों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए सकारात्मक कार्रवाई लागू करना, विशेष रूप से कॉर्पोरेट और राजनीतिक नेतृत्व में।
  • डिजिटल और वित्तीय साक्षरता: ग्रामीण महिलाओं में वित्तीय और डिजिटल साक्षरता में सुधार के लिए आउटरीच कार्यक्रमों का विस्तार करना।
  • लिंग डेटा निगरानी: वास्तविक समय की प्रगति पर नज़र रखने और अधिक प्रभावी नीति निर्माण के लिए लिंग डेटा निगरानी डैशबोर्ड स्थापित करें।
सारांश/स्थैतिक विवरण
चर्चा में क्यों? सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा “भारत में महिलाएं और पुरुष 2024” रिपोर्ट जारी की गई
क्षेत्र मुख्य निष्कर्ष आशय
शिक्षा लिंग समानता सूचकांक प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर > 1.00 लड़कियों के लिए शिक्षा तक बेहतर पहुंच, शिक्षा में लैंगिक असमानता में कमी।
श्रम बल भागीदारी (एलएफपीआर) महिला एलएफपीआर 49.8% (2017-18) से बढ़कर 60.1% (2023-24) हो गई अधिक संख्या में महिलाओं का कार्यबल में प्रवेश, आर्थिक भागीदारी में वृद्धि।
बैंकिंग पहुंच कुल बैंक खातों में महिलाओं की हिस्सेदारी 39.2% और कुल जमा में 39.7% है महिलाओं के लिए अधिक वित्तीय स्वायत्तता, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
शेयर बाजार महिला  डीमैट खाताधारकों की संख्या 4.2 गुना बढ़कर 6.67 मिलियन से 27.71 मिलियन हो गई महिलाओं में निवेश और वित्तीय साक्षरता में बढ़ती रुचि।
उद्यमशीलता विनिर्माण, व्यापार और सेवाओं में महिला-प्रधान उद्यमों में वृद्धि अधिक संख्या में महिलाएं व्यवसाय क्षेत्र में प्रवेश कर रही हैं, जो उद्यमिता में प्रगति का संकेत है।
राजनीतिक भागीदारी 2024 में महिला मतदाता मतदान 65.8% तक पहुंच जाएगा लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और निर्णय लेने में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि।
महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप 2017 में 1,943 से बढ़कर 2024 में 17,405 हो जाएंगे महिलाओं के उद्यमशीलता उपक्रमों में वृद्धि, समावेशी व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना।
स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता टीएफआर घटकर 2.0 हो गई और जीवन प्रत्याशा बढ़कर 71.3 वर्ष हो गई महिलाओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणाम, बेहतर प्रजनन नियंत्रण और लंबी जीवन प्रत्याशा।

सतीश चाव्वा को OIJIF का CEO नियुक्त किया गया

ओमान इंडिया ज्वाइंट इन्वेस्टमेंट फंड (OIJIF) ने हाल ही में सतीश चाव्वा को अपना नया CEO नियुक्त किया है, जिसका लक्ष्य फंड की रणनीतिक दिशा और विकास पहल को बढ़ाना है। चाव्वा, जो निजी इक्विटी और वित्त में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव रखते हैं, से फंड का नेतृत्व करने की उम्मीद है।

ओमान इंडिया ज्वाइंट इन्वेस्टमेंट फंड (OIJIF) ने सतीश चाव्वा को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है। 8 अप्रैल, 2025 को घोषित यह नियुक्ति फंड के नेतृत्व और रणनीतिक विकास पहलों को मजबूत करने के प्रयासों के हिस्से के रूप में की गई है। निजी इक्विटी और वित्त में दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, चाव्वा से उम्मीद की जाती है कि वे फंड को बेहतर पोर्टफोलियो प्रदर्शन और दीर्घकालिक मूल्य सृजन की दिशा में आगे बढ़ाएंगे। OIJIF एक निजी इक्विटी फंड है जिसे ओमान इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (OIA) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा संयुक्त रूप से बढ़ावा दिया जाता है, जो भारत में सतत विकास को बढ़ावा देने वाले निवेशों पर ध्यान केंद्रित करता है।

प्रमुख बिंदु

OIJIF नियुक्ति

  • सतीश चाव्वा को ओमान इंडिया ज्वाइंट इन्वेस्टमेंट फंड – मैनेजमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (OIJIF) का CEO नियुक्त किया गया है।

पिछली भूमिका

  • चाव्वा इससे पहले ब्रिटेन की विकास वित्त संस्था, ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII) में कार्यरत थे।
  • उन्होंने दक्षिण एशिया के लिए प्रत्यक्ष निजी इक्विटी का नेतृत्व करने सहित कई भूमिकाएँ निभाईं।

अनुभव

  • निजी इक्विटी निवेश, वित्त और पोर्टफोलियो प्रबंधन में 20 वर्षों से अधिक का अनुभव।
  • चाव्वा की नेतृत्व पृष्ठभूमि कई क्षेत्रों में फैली हुई है, जो पोर्टफोलियो कंपनियों को रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करती है।

शैक्षिक योग्यता

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे से प्रौद्योगिकी स्नातक (बी.टेक)
  • टेक्सास विश्वविद्यालय से कम्प्यूटेशनल और अनुप्रयुक्त गणित में मास्टर ऑफ साइंस
  • INSEAD से MBA

रणनीतिक विकास फोकस

  • चाव्वा का लक्ष्य रणनीतिक विकास को बढ़ावा देने, निवेशकों के लिए मूल्य बढ़ाने और पोर्टफोलियो कंपनियों की दीर्घकालिक सफलता का समर्थन करने के लिए बोर्ड और प्रबंधन टीम के साथ मिलकर काम करना है।

OIJIF का निवेश पोर्टफोलियो

इस फंड ने कई सफल कंपनियों में निवेश किया है, जिनमें शामिल हैं,

  • स्टेनली लाइफस्टाइल्स
  • डिवगी टॉर्कट्रांसफर सिस्टम
  • अन्नपूर्णा फाइनेंस
  • सेन्को गोल्ड
  • प्रिंस पाइप्स
  • कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक
  • होमलेन

भविष्य की दिशाएं

  • उम्मीद है कि OIJIF उच्च विकास वाले क्षेत्रों में अपने निवेश को बढ़ाने पर अपना ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा, तथा अपने निवेशकों के लिए अधिक रिटर्न और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए चाव्वा के नेतृत्व का लाभ उठाएगा।
सारांश/स्थैतिक विवरण
चर्चा में क्यों? सतीश चाव्वा को OIJIF का CEO नियुक्त किया गया।
नये CEO की नियुक्ति सतीश चाव्वा OIJIF के CEO बने।
पिछली भूमिका ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII) में दक्षिण एशिया के लिए प्रत्यक्ष निजी इक्विटी के प्रमुख
अनुभव निजी इक्विटी, वित्त और पोर्टफोलियो प्रबंधन में 20+ वर्ष का अनुभव
शैक्षिक पृष्ठभूमि बी.टेक (IIT बॉम्बे), कम्प्यूटेशनल और एप्लाइड मैथमेटिक्स में एमएस (टेक्सास विश्वविद्यालय), MBA (INSEAD)
रणनीतिक केंद्र विकास को गति दें, निवेशकों के लिए मूल्य सृजित करें, पोर्टफोलियो कंपनियों को समर्थन दें
उल्लेखनीय निवेश स्टेनली लाइफस्टाइल, डिवगी टॉर्कट्रांसफर सिस्टम, अन्नपूर्णा फाइनेंस, सेन्को गोल्ड, प्रिंस पाइप्स, कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक, होमलेन
भविष्य का दृष्टिकोण निवेश का स्तर बढ़ाना जारी रखें और पोर्टफोलियो प्रदर्शन को बेहतर बनाएं

लोक नर्तक राम सहाय पांडे का निधन

राई लोक नृत्य के प्रतिष्ठित मशालवाहक और पद्म श्री से सम्मानित राम सहाय पांडे का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, वे अपने पीछे एक सांस्कृतिक विरासत छोड़ गए जिसने क्षेत्रीय परंपराओं को राष्ट्रीय धरोहर में बदल दिया। उनका जीवन साहस और दृढ़ विश्वास की कहानी है – जो साधारण पृष्ठभूमि और सामाजिक प्रतिरोध से ऊपर उठकर आगे बढ़ा।

भारतीय लोक संस्कृति के एक महान व्यक्तित्व पद्म श्री राम सहाय पांडे का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, वे अपने पीछे पारंपरिक नृत्य के क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी विरासत छोड़ गए। राई लोक नृत्य के अग्रणी प्रतिपादक के रूप में सम्मानित, पांडे ने अपना पूरा जीवन एक बार कलंकित कला रूप को सांस्कृतिक गौरव के एक प्रतिष्ठित प्रतीक में बदलने के लिए समर्पित कर दिया। गरीबी, अनाथता और जाति-आधारित वर्जनाओं का सामना करने के बावजूद, उनकी अदम्य भावना ने उन्हें सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने और बुंदेलखंड के दिल से राई नृत्य को अंतरराष्ट्रीय मंचों तक ले जाने के लिए प्रेरित किया। उनका जाना एक युग का अंत है, लेकिन उनका प्रभाव राई परंपरा के हर कदम पर बना हुआ है जिसे उन्होंने पुनर्जीवित और पुनर्परिभाषित किया।

राम सहाय पांडे का जीवन और योगदान

निधन और अंतिम संस्कार

  • लम्बी बीमारी के बाद 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
  • मध्य प्रदेश के सागर में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
  • अंतिम संस्कार कनेरा देव गांव में किया जाएगा।

नेतृत्व की ओर से श्रद्धांजलि

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी।
  • राई नृत्य को वैश्विक पहचान दिलाने में पांडे के प्रयासों की सराहना की गई।
  • उनके निधन को मध्य प्रदेश और भारतीय कला के लिए अपूरणीय क्षति बताया।

प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि

  • 11 मार्च, 1933 को मध्य प्रदेश के सागर जिले के मडधार पाठा गांव में जन्म।
  • वह एक कृषक ब्राह्मण परिवार से थे; चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे।
  • छोटी उम्र में ही माता-पिता दोनों को खो दिया और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करते हुए बड़ा हुआ।

राई नृत्य की खोज

  • 14 वर्ष की आयु में एक स्थानीय मेले में उनकी मुलाकात राई नृत्य से हुई और वे इससे प्रेम करने लगीं।
  • उन्होंने नृत्य के संरक्षण और प्रदर्शन के लिए अपना जीवन समर्पित करने का निर्णय लिया।

सामाजिक बाधाओं को तोड़ना

  • राई नृत्य पारंपरिक रूप से बेदिया समुदाय द्वारा किया जाता था, जो एक हाशिए पर पड़ा समूह था और कभी आपराधिक जनजाति अधिनियम के तहत वर्गीकृत था।
  • ब्राह्मण होने के नाते राय धर्म का पालन करने के कारण सामाजिक विरोध का सामना करना पड़ा।
  • राय की स्थिति को ऊपर उठाने के लिए जाति और सामाजिक मानदंडों को साहसपूर्वक चुनौती दी।

सांस्कृतिक विरासत और मान्यता

  • राई को एक कलंकित कला से एक सम्मानित कला में बदल दिया।
  • क्षेत्रीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बुन्देलखंडी लोक नृत्य नाट्य कला परिषद की स्थापना की।
  • बुंदेलखंड की लोक विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पुरस्कार और उपलब्धियों

  • राई नृत्य को बढ़ावा देने के लिए 2022 में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।
  • 1980 में ‘नृत्य शिरोमणि’ की उपाधि मिली।
  • मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आदिवासी लोक कला परिषद में नियुक्त किया गया।

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति

  • 1964 में रवींद्र भवन, भोपाल में पहला बड़ा प्रदर्शन।

विश्व स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया,

  • जापान (1984)
  • दुबई (2006)
सारांश/स्थैतिक विवरण
चर्चा में क्यों? लोक नर्तक राम सहाय पांडे का निधन
जन्म स्थान मडधार पाठा गाँव, सागर, मध्य प्रदेश
मृत्यु की आयु 92 वर्ष
लोक नृत्य विशेषज्ञता राई (राई) नृत्य
उल्लेखनीय योगदान राय को कलंकित रूप से ऊपर उठाकर राष्ट्रीय और वैश्विक मान्यता दिलाना
प्रमुख पुरस्कार पद्म श्री (2022), नृत्य शिरोमणि (1980)
प्रमुख प्रदर्शन भोपाल (1964), जापान (1984), दुबई (2006)
संगठनों बुन्देलखण्डी लोक नृत्य नाट्य कला परिषद की स्थापना की
प्रमुख सरकारी भूमिकाएँ सदस्य, आदिवासी लोक कला परिषद

महावीर जयंती 2025: जैन त्योहार का इतिहास, महत्व और उत्सव

महावीर जयंती, एक प्रमुख जैन त्योहार है, जो भगवान महावीर के जन्म का जश्न मनाता है – जैन परंपरा में अंतिम तीर्थंकर। 2025 में 10 अप्रैल को मनाया जाने वाला यह दिन उनकी आध्यात्मिक विरासत और उनके द्वारा प्रचारित मूल्यों, जैसे सत्य, अहिंसा और सादगी का सम्मान करता है।

महावीर जयंती जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म की याद में मनाया जाता है। 2025 में, यह त्यौहार 10 अप्रैल (गुरुवार) को मनाया जाएगा, जो भगवान महावीर की 2623वीं जयंती होगी। बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाने वाला यह अवसर जैन दर्शन के मूल मूल्यों- अहिंसा (अहिंसा), सत्य (सत्य), अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य (ब्रह्मचर्य) और अपरिग्रह (अपरिग्रह) को दर्शाता है। यह भारत और दुनिया भर में जैन समुदायों के लिए प्रार्थना, चिंतन, दान और उत्सव का दिन है।

विवरण

दिनांक और कैलेंडर

  • महावीर जयंती 2025 तिथि : 10 अप्रैल, 2025 (गुरुवार)
  • तिथि : चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि
  • तिथि समय: 9 अप्रैल को रात्रि 10:55 बजे से प्रारंभ होकर 11 अप्रैल को प्रातः 01:00 बजे तक (द्रिक पंचांग के अनुसार)

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

  • भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व कुंडलग्राम, बिहार के आधुनिक वैशाली जिले में हुआ था।
  • जन्म नाम: वर्धमान
  • माता-पिता : रानी त्रिशला और राजा सिद्धार्थ
  • उन्होंने 30 वर्ष की आयु तक राज्य किया और फिर सत्य की खोज में सांसारिक जीवन त्याग दिया।
  • 12 वर्षों की तपस्या के बाद उन्हें केवल ज्ञान (सर्वोच्च ज्ञान) की प्राप्ति हुई।
  • उन्होंने आध्यात्मिक मुक्ति का उपदेश दिया और जैन धर्म की स्थापना की जिसे हम जानते हैं।
  • भगवान महावीर ने 527 ईसा पूर्व 72 वर्ष की आयु में मोक्ष प्राप्त किया।

महावीर जयंती का महत्व

  • भगवान महावीर के जन्म और शिक्षाओं का जश्न मनाता है।
  • अहिंसा, सत्य और अतिसूक्ष्मवाद जैसे जैन मूल्यों को बढ़ावा देता है।
  • भौतिक जीवन से अलगाव पर चिंतन को प्रोत्साहित करता है।
  • इसे आध्यात्मिक शुद्धि और सामुदायिक सेवा के समय के रूप में देखा जाता है।

यह कैसे मनाया जाता है

  • मंदिर जाना तथा प्रार्थना एवं अनुष्ठान करना।
  • जैन आगमों (पवित्र ग्रंथों) का वाचन।
  • गरीबों को भोजन कराना और जरूरतमंदों की मदद करना जैसी धर्मार्थ गतिविधियाँ।
  • भगवान महावीर की मूर्तियों के साथ भव्य रथ यात्राएँ।
  • भक्तगण भजन गाते हैं और उनकी शिक्षाओं पर ध्यान लगाते हैं।
  • यह त्यौहार सम्पूर्ण भारत के साथ-साथ नेपाल, ब्रिटेन और अमेरिका के जैन समुदायों द्वारा भी मनाया जाता है।

अतिरिक्त सांस्कृतिक मान्यताएँ

  • श्वेताम्बर जैन संप्रदाय के अनुसार, महावीर की मां ने उनके जन्म से पहले 14 स्वप्न देखे थे, जिनमें उनकी महानता का पूर्वानुमान लगाया गया था।
  • ऐसा माना जाता था कि वह या तो एक महान राजा या एक आध्यात्मिक नेता (तीर्थंकर) बनेंगे।
  • उनके नाम “महावीर” का अर्थ है “महान नायक”, जो इंद्रियों और सांसारिक सुखों पर उनके नियंत्रण का प्रतीक है।
सारांश/स्थैतिक विवरण
चर्चा में क्यों? महावीर जयंती 2025: जैन त्योहार का इतिहास, महत्व और उत्सव
त्यौहार का नाम महावीर जयंती/महावीर जन्म कल्याणक
2025 में तिथि 10 अप्रैल (गुरुवार)
तिथि त्रयोदशी तिथि (शुक्ल पक्ष, चैत्र माह)त्रयोदशी तिथि (शुक्ल पक्ष, चैत्र माह)
जन्म वर्षगांठ 2623वां
जन्मस्थल कुंडलग्राम (वैशाली, बिहार)
अभिभावक राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला
मुख्य शिक्षाएँ अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
प्रमुख उत्सव कार्यक्रम रथ यात्रा, मंदिर पूजा, प्रार्थना, दान
में देखा गया भारत, नेपाल, ब्रिटेन, अमेरिका (जैन प्रवासी द्वारा)

Recent Posts

about | - Part 316_12.1