विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश की नई राजधानी होगी: सीएम जगन रेड्डी

about | - Part 1404_3.1

आंध्र प्रदेश की नई राजधानी विशाखापत्तनम होगी। मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने नई राजधानी के नाम की घोषणा कर दी हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि वह अपना कार्यालय विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करेंगे। 23 अप्रैल, 2015 को आंध्र सरकार ने अमरावती को अपनी राजधानी घोषित किया था। फिर 2020 में, राज्य ने तीन राजधानी शहर बनाने की योजना बनाई। जिनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल शामिल थे।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

आंध्र सरकार की राजधानी को विशाखापत्तनम चुनने के पीछे कई वजहें हैं। शहर की कनेक्टिविटी परफेक्ट है, जिसमें यह हाईवे, रेल, हवाई और जलमार्ग से जुड़ा है। इसके साथ ही शहर की आर्थिक क्षमता भी ज्यादा है, जिसमें संपन्न बंदरगाह, आईटी उद्योग और इस्पात संयंत्र के अलावा एक प्रमुख आर्थिक केंद्र हैं। यदि इस शहर की प्राकृतिक सुंदरता की बात करें तो यहां हरियाली और खूबसूरत नजारों का एक ऐसा समावेश है, जो हर किसी को मोहित कर लेता है।

 

विशाखापट्टनम देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से शुमार है। सरकार शहर को भौतिक रूप से और भी खूबसूरत बनाने के लिए बुनियादी ढांचे में पर योजनायें बना रही है। इसके साथ ही सरकार इसके सुधार में निवेश कर रही है, जिससे निवेशकों और व्यवसायों के लिए इसे ज्यादा आसान बनाया जा सके।

Find More State In News Here


Odisha CM Naveen Patnaik Launches 'Football for All'_80.1

 

 

पूर्व कानून मंत्री और सीनियर वकील शांति भूषण का निधन

about | - Part 1404_6.1

पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील शांति भूषण का निधन हो गया। वह 97 साल के थे। शांति भूषण ने ही इलाहाबाद हाईकोर्ट में काफी चर्चित मामले में राजनारायण का प्रतिनिधित्व किया था। 1974 में इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री के पद से हटने का आदेश दिया गया था। उन्होंने मोरारजी देसाई मंत्रालय में 1977 से 1979 तक भारत के कानून मंत्री के रूप में कार्य किया।शांति भूषण के बेटे जयंत और प्रशांत भूषण भी जाने-माने अधिवक्ता हैं। शांति भूषण हाल तक कानूनी पेशे में सक्रिय थे और शीर्ष अदालत में दायर उस जनहित याचिका पर बहस किया था, जिसमें राफेल लड़ाकू विमान सौदा मामले में अदालत की निगरानी में जांच कराने का अनुरोध किया गया था।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने 2018 में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर ‘मास्टर ऑफ रोस्टर’ सिस्टम में बदलाव की मांग की थी। याचिका में गुहार की गई थी कि रोस्टर के तहत मामलों को किसी पीठ के पास भेजने का सिद्धांत व प्रक्रिया तय की जानी चाहिए। शांति भूषण ने यह याचिका अपने बेटे व वकील प्रशांत भूषण के माध्यम से दायर की थी।

 

शांति भूषण कांग्रेस (ओ) पार्टी और बाद में जनता पार्टी के एक सक्रिय सदस्य थे। वे 14 जुलाई 1977 से दो अप्रैल 1980 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। 1980 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। 1986 में जब भारतीय जनता पार्टी ने एक चुनाव याचिका पर उनकी सलाह नहीं मानी, तो उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया। शांति भूषण और उनके बेटे प्रशांत भूषण अन्ना आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल थे।

Find More Obituaries News

 

Lance Naik Bhairon Singh Rathore passes away_90.1

भारतीय तटरक्षक बल ने अपना 47वां स्थापना दिवस मनाया

about | - Part 1404_9.1

भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) 01 फरवरी 2022 को अपना 47वां स्थापना दिवस मना रहा है। दुनिया के चौथे सबसे बड़े तटरक्षक बल के रूप में, भारतीय तटरक्षक बल ने भारतीय तटों को सुरक्षित रखने और भारत के समुद्री क्षेत्रों में नियमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ICG को औपचारिक रूप से 1 फरवरी, 1977 को भारत की संसद के तटरक्षक अधिनियम, 1978 द्वारा स्थापित किया गया था। यह रक्षा मंत्रालय के तहत काम करता है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

1978 में केवल 07 सतह प्लेटफार्मों के साथ एक मामूली शुरुआत से, आईसीजी अपनी सूची में 158 जहाजों और 70 विमानों के साथ एक अजेय बल के रूप में विकसित हो गया है और 2025 तक 200 सतह प्लेटफार्मों और 80 विमानों के लक्षित बल स्तर प्राप्त करने की संभावना है। भारतीय तटरक्षक बल के प्राथमिक कर्तव्यों में से एक जिम्मेदारी के अपने क्षेत्र में समुद्री मार्गों के माध्यम से तस्करी की रोकथाम है। पिछले एक साल में इसने करीब चार हजार करोड़ रुपये के मादक पदार्थ और प्रतिबंधित पदार्थ जब्त किए हैं।

 

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:

 

  • भारतीय तटरक्षक महानिदेशक: वीरेंद्र सिंह पठानिया;
  • भारतीय तट रक्षक की स्थापना: 1 फरवरी 1977;
  • भारतीय तट रक्षक मुख्यालय: नई दिल्ली।

Find More Defence News Here

 

International Day of Persons with Disabilities 2022: 3 December_90.1

ब्रिटिश अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई ने “द पॉवर्टी ऑफ पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स” नामक एक नई पुस्तक लिखी

about | - Part 1404_12.1

भारत में जन्मे प्राकृतिक ब्रिटिश अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई ने “द पॉवर्टी ऑफ पॉलिटिकल इकोनॉमी: हाउ इकोनॉमिक्स एबंडन द पुअर” नामक एक नई किताब लिखी है, जो इस बात पर प्रकाश डालती है कि 18 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से अर्थशास्त्र के अनुशासन ने कैसे व्यवस्थित रूप से हितों को व्यवस्थित रूप से परिधि पर रखा। पुस्तक हार्पर कॉलिन्स पब्लिशर्स इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

पुस्तक इस मनोरंजक नई पुस्तक में दुनिया भर में अर्थशास्त्र को आकार देने वाली दार्शनिक परंपराओं की जांच करती है। इस पुस्तक के माध्यम से मेघनाद देसाई ने एडम स्मिथ से लेकर जॉन मेनार्ड कीन्स तक और महामंदी से लेकर लेहमन ब्रदर्स के पतन तक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अर्थशास्त्र के योगदान का अध्ययन किया है।

 

किताब के बारे में

 

इस सम्मोहक नई पुस्तक में, मेघनाद देसाई विचार के उन निकायों पर एक आलोचनात्मक, आत्मविश्लेषी नज़र डालते हैं जिन्होंने दुनिया भर में अर्थशास्त्र को संचालित किया है। एडम स्मिथ से जॉन मेनार्ड कीन्स तक, और ग्रेट डिप्रेशन से लेकर लेहमैन ब्रदर्स के पतन तक, देसाई ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अर्थशास्त्र के योगदान का अध्ययन किया।

राजनीतिक अर्थव्यवस्था की गरीबी जरूरी और चौंकाने वाले सवाल पूछती है: हम कहां कम रह गए? अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में परिवर्तनों ने अर्थव्यवस्थाओं के निर्माण को किस प्रकार प्रभावित किया है? कोविड-19 के सामने, हम आर्थिक नीतियों के निर्माण के तरीके को कैसे नया रूप दे सकते हैं?

यह हमारे समय के अग्रणी राजनीतिक अर्थशास्त्रियों में से एक की उल्लेखनीय थीसिस है। देसाई अपनी बात को बड़े पांडित्य के साथ प्रभावशाली तरीके से तर्क देते हैं, इस बात पर जोर देते हुए कि इक्कीसवीं सदी में, मानवता को अर्थशास्त्र की ओर लौटना चाहिए।

Find More Books and Authors Here

 

Gautaam Borah's new book 'Nalanada – Until we meet again' launched by Ruskin Bond_80.1

आर्थिक सर्वेक्षण 2023: भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा

about | - Part 1404_15.1

केंद्रीय आम बजट 2023 से एक दिन पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में आर्थिक-सर्वेक्षण 2022-23 पेश किया, जिसके आंकड़ों के मुताबिक, विकास दर कम रहने का अनुमान जताया गया है। हालांकि, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। अगले वित्त वर्ष यानी 2023-2024 में भारत की आर्थिक विकास दर 6.5 प्रतिशत बनी रहेगी। हालांकि, भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष (अप्रैल 2022 से मार्च 2023) में सात प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह पिछले साल 2021-22 के 8.7 प्रतिशत के आंकड़े से कम है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

आर्थिक सर्वेक्षण बजट से एक दिन पहले हर साल सरकार द्वारा जारी किया जाता है। ये आर्थिक सर्वेक्षण ऐसे समय पर आया है, जब देश महंगाई और वैश्विक अस्थिरता की वजह से आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में इस बार का आर्थिक सर्वेक्षण काफी महत्वपूर्ण है। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि पीपीपी (क्रय शक्ति समानता) के मामले में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। विनिमय दर के मामले में पांचवां सबसे बड़ा देश है। भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार देखा जा रहा है और कोरोना काल में जो नुकसान हुआ था, काफी हद तक उसकी भरपाई कर ली गई है। जो विकास के काम रुके हुए थे, उन्हें फिर से शुरू कर दिया है।

 

आर्थिक सर्वेक्षण में आरबीआई ने अनुमान जताया है कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई की दर 6.8 प्रतिशत का मांग पर कोई असर नहीं होगा। महंगाई की दर लंबे समय तक अधिक रहने के कारण ब्याज दरें उच्चतम स्तर पर रह सकती हैं। इकनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि करेंट अकाउंट डेफिसिट (CAD) को फाइनेंस करने और रुपये के उतार-चढ़ाव को मैनेज करने की खातिर फॉरेक्स मार्केट में दखल देने के लिए भारत के पास पर्याप्त फॉरेक्स रिजर्व है। इकनॉमिक सर्वे में यह भी कहा गया है कि ग्लोबल इकनॉमिक आउटलुक के लिए डाउनसाइड रिस्क बना हुआ है।

 

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वर्तमान कीमतों पर वृद्धि दर के 11 प्रतिशत रहने का अनुमान है। समीक्षा में कहा गया कि आगामी वित्त वर्ष के दौरान ज्यादातर वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भारत की वृद्धि दर मजबूत रहेगी। ऐसा निजी खपत में सुधार, बैंकों द्वारा ऋण देने में तेजी और कंपनियों द्वारा पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी के कारण होगा। समीक्षा में कहा गया है कि मजबूत खपत के कारण भारत में रोजगार की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन रोजगार के अधिक मौके तैयार करने के लिए निजी निवेश में वृद्धि जरूरी है।

 

NSE Gets Sebi Nod to Set up Social Stock Exchange_70.1

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 27 खेलों में 6,000 एथलीट हिस्सा लेंगे

about | - Part 1404_18.1

30 जनवरी 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक शानदार समारोह में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पांचवें संस्करण का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने राज्य की राजधानी भोपाल में तात्या टोपे स्टेडियम में खेलों के उद्घाटन की घोषणा की। इस अवसर पर केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया उपस्थित थे।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

दरअसल, मध्य प्रदेश में 30 जनवरी से खेलो इंडिया यूश गेम्स ( Khelo India Youth Games) का आगाज हो चुकी है। 30 जनवरी से शुरू होकर 11 फरवरी तक राज्य के अलग-अलग शहरों में चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 27 खेल आयोजित होंगे। इस दौरान कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रमणिक औक मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया मौजूद रहे।

 

खेलो इंडिया यूश गेम्स ( Khelo India Youth Games) राज्य के आठ शहरों में 23 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें लगभग 6,000 एथलीट 27 विभिन्न खेलों में भाग लेंगे। पहली बार कयाकिंग, कैनोइंग, कैनो स्लैलम और तलवारबाजी जैसे खेल खेलो इंडिया यूथ गेम्स का हिस्सा होंगे। खेलों का आयोजन मध्य प्रदेश के आठ शहरों – भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर मंडला, बालाघाट और खरगोन (महेश्वर) में किया जा रहा है, जबकि साइकिलिंग प्रतियोगिता दिल्ली में होगी।

 

13 दिनों तक चलने वाले इस खेल आयोजन से एशियाड, राष्ट्रमंडल और ओलंपिक खेलों जैसी भविष्य की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ी तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि केआईवाईजी के पिछले संस्करण में मध्य प्रदेश ने 38 पदक जीते थे। कुल 303 अंतरराष्ट्रीय और 1,089 राष्ट्रीय अधिकारी खेलों का हिस्सा होंगे और लगभग 2,000 स्वयंसेवकों को खेल आयोजन के परेशानी मुक्त आयोजन के लिए विभिन्न स्थानों पर तैनात किया जाएगा।

Find More Sports News Here

Indian batter Ishan Kishan hits fastest ODI double hundred off 126 balls_80.1

आर्थिक सर्वेक्षण 2023: मुख्य बातें

about | - Part 1404_21.1

वित्त वर्ष 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey 2022-23) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से संसद में पेश कर दिया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय द्वारा जारी की गई एक वार्षिक रिपोर्ट है। यह पिछले एक साल में देश के आर्थिक प्रगति और प्रदर्शन का लेखा -जोखा होता है। इसे हर साल बजट से पहले पेश किया जाता है। आर्थिक समीक्षा सरकार की ओर आम बजट से एक दिन पहले पेश करने की परंपरा रही है। इसमें केंद्र सरकार ने यह बताया है कि भारत आगे भी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

आर्थिक सर्वेक्षण की मुख्य बातें

 

  • चालू वित्त वर्ष की विकास दर 7 प्रतिशत के मुकाबले देश की अर्थव्यवस्था 2023-24 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। 2021-22 के दौरान ये आंकड़ा 11 प्रतिशत का था। वहीं, अगले वित्त वर्ष में नॉमिनल टर्म में 11 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।
  • विकास दर को निजी खपत, अधिक कैपेक्स, मजबूत कॉर्पोरेट बैलेंस शीट, छोटे व्यवसायों द्वारा लोन की मांग और शहरों में मजदूरों की वापसी से सहारा मिल रहा है। कोरोना की चुनौतियों से देश उबर चुका है।
  • रियल जीडीपी विकास दर 6-6.8 प्रतिशत के आसपास रह सकता है, हालांकि, इकोनॉमिक और राजनीति माहौल पर निर्भर करता है।
  • चालू खाता घाटा (Current account deficit) बढ़ने की संभावना है। इस पीछे की वजह कमोडिटी की कीमत उच्च स्तर पर रहना है। इस कारण डॉलर के मुकाबले रुपये पर भी दबाव बना रह सकता है। आरबीआई के ताजा डाटा के मुताबिक, सितंबर तिमाही में चालू खाता घाटा बढ़कर जीडीपी का 4.4 प्रतिशत रह सकता है, जो कि अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी का मात्र 2.2 प्रतिशत था।
  • भारत के पास चालू खाता घाटा और विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप करने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है।
  • छोटे व्यवसायों के लिए लोन की मांग में जनवरी- नवंबर के बीच 30.5 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।
  • चालू वित्त वर्ष में सरकार का पूंजीगत व्यय 63.4 प्रतिशत से बढ़ा है।
  • सर्वे में बताया गया है कि महंगाई अधिक रहने के कारण ब्याज दरें उच्च स्तर पर सकती हैं।
  • भारत दुनिया में सबसे तेजी से विकसित हो रही है बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। चालू वित्त वर्ष में जीडीपी का विकास दर 7% रहने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था 8.7% के दर से विकसित हुई थी।
  • महामारी के बाद भारत ने आर्थिक तौर पर आनुपातिक हिसाब से तेजी से रिकवर किया और आने वाले वर्षों में भी विकास मजबूत घरेलू मांग और कैपिटल इंवेस्टमेंट के दम पर अच्छा रहने का अनुमान है।
  • PPP (क्रय शक्ति समानता) के मामले में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, विनिमय दर के मामले में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
  • महामारी और यूरोप में हो रहे संघर्ष की वजह से अर्थव्यस्था ने जो खोया था उसे लगभग ‘फिर से प्राप्त’ किया है, जो रुक गया था उसका ‘नवीनीकरण’ हुआ है और जो धीमा हुआ था वह, ‘पुनर्जीवित’ हुआ है।

NSE Gets Sebi Nod to Set up Social Stock Exchange_70.1

राजीव सिंह रघुवंशी को भारत का अगला डीजीसीआई बनाने की सिफारिश

about | - Part 1404_24.1

भारतीय फार्माकोपिया आयोग (आईपीसी) के सचिव सह वैज्ञानिक निदेशक राजीव सिंह रघुवंशी को भारत का अगला औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) बनाने की सिफारिश की गई है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सरकार से डॉ. वी जी सोमानी के उत्तराधिकारी के रूप में उनके नाम की सिफारिश की है। बता दें यूपीएससी की सिफारिश को स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी मिलनी बाकी है और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति की मंजूरी की आवश्यकता होगी।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

आईपीसी में वरिष्ठ मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी डॉ सोमानी, डॉ रघुवंशी और डॉ जय प्रकाश पिछले सप्ताह यूपीएससी द्वारा आयोजित इंटरव्यू के लिए शामिल हुए थे। डॉ सोमानी को 14 अगस्त, 2019 को तीन साल के कार्यकाल के लिए डीसीजीआई नियुक्त किया गया था और उन्होंने 16 अगस्त को कार्यभार संभाला था। उनका कार्यकाल दो बार (16 अगस्त और 16 नवंबर) तीन-तीन महीने के लिए बढ़ाया गया था। डीसीजीआई देश भर में गुणवत्तापूर्ण दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है। इसके पास नई दवाओं को मंजूरी देने और नैदानिक परीक्षणों को विनियमित करने का भी अधिकार है।

 

राजीव सिंह रघुवंशी के बारे में

 

डॉ रघुवंशी 16 फरवरी, 2021 को सचिव-सह-वैज्ञानिक निदेशक के रूप में आईपीसी में शामिल हुए थे। उन्होंने आईआईटी-बीएचयू (पूर्व में आईटी-बीएचयू), वाराणसी से स्नातक और परास्नातक और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी, नई दिल्ली से पीएचडी पूरी की है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी में सात साल तक काम करने के बाद, वह अग्रणी भारतीय बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड में शामिल हो गए। रैनबैक्सी लेबोरेटरीज में 12 साल काम करने के बाद वह हैदराबाद के डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड चले गए, जहां उन्होंने 11 साल तक काम किया।

 

Find More Appointments Here

Senior nuclear scientist Dinesh Kumar Shukla named as new head of AERB_90.1

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘लाडली बहना’ योजना की घोषणा की

about | - Part 1404_27.1

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के बुधनी में बड़ा ऐलान करते हुए ‘लाडली बहना’ योजना शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा की लाडली बहनों को प्रतिमाह एक हजार रुपये दिए जाएंगे, साथ ही कहा की बुधनी में 400 करोड़ रुपये की लागत से भव्य मेडिकल कॉलेज बनेगा, जिसका शिलान्यास जल्द ही होगा। बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लाडली लक्ष्मी योजना की तर्ज पर सभी वर्गों के निम्न और मध्यम वर्ग की गरीब महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी बहनों को 1,000 रुपये प्रति माह यानी 12,000 रुपये प्रति वर्ष की राशि दी जाएगी।

 

इस योजना से सभी वर्गों की महिलाओं को होगा लाभ

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस योजना से सभी वर्गों की गरीब महिलाएं लाभान्वित हो सकती हैं, भले ही उन्हें अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा हो। उन्होंने कहा, मुझे अपनी बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त करना है। वे मजबूत होंगी तो परिवार मजबूत होगा। परिवार मजबूत होगा तो समाज मजबूत होगा। समाज मजबूत होगा तो राज्य मजबूत होगा।

लाड़ली बहना योजना के तहत सभी वर्ग की महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में उन्हें हर महीने एक हजार रुपए की राशि दी जाएगी। आगामी बजट में इसे शामिल कर ये योजना बनाई जाएगी। इस दौरान सीएम ने कहा, इस योजना से मध्यम वर्ग की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी।

 

मध्य प्रदेश: महत्वपूर्ण तथ्य

  • मध्य प्रदेश की राजधानी: भोपाल
  • मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री: शिवराज सिंह चौहान
  • मध्य प्रदेश के राज्यपाल: मंगुभाई सी. पटेल

Find More State In News Here
Odisha CM Naveen Patnaik Launches 'Football for All'_80.1

 

 

 

गौतम अडानी दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर

about | - Part 1404_30.1

दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों (Top-10 Billionaires) की लिस्ट में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। लंबे समय से इसमें शामिल दोनों भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी और मुकेश अंबानी अब लिस्ट से बाहर हो गए हैं। बीते 24 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की जो रिपोर्ट (Hindenburg Report) पब्लिश की गई, उसके बाद से गौतम अडानी के नेतृत्व वाली कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली और इसका असर उनकी नेटवर्थ पर ऐसा पड़ा कि हफ्तेभर में वे अमीरों की सूची से ही बाहर हो गए।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से Gautam Adani की नेटवर्थ में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस रिपोर्ट को पब्लिश हुए अभी हफ्ताभर ही हुआ है और ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स (Bollmberg Billionaires Index) के मुताबिक, गौतम अडानी की कुल संपत्ति कम होकर महज 84.4 अरब डॉलर रह गई है। इतनी नेटवर्थ के साथ अब अडानी दुनिया के 11वें अमीर हैं।

 

Hindenburg ने अपनी रिपोर्ट जारी की

 

US की फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म Hindenburg ने अपनी जो रिपोर्ट जारी की है। उसमें कहा गया है कि अडानी की कंपनियों में शॉर्ट पोजीशन पर है। रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के सभी कंपनियों के लोन (Adani Group Debt) पर भी सवाल खड़े किए हैं। रिपोर्ट में दावा किया है कि अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं।

 

Bloomberg Billionaires Index के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अब दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 12वें पायदान पर पहुंच गए हैं। उनकी कुल नेटवर्थ 82.2 अरब डॉलर है। दोनों भारतीय उद्योगपतियों की नेटवर्थ में अंतर मामूली रह गया है। गौतम अडानी और मुकेश अंबानी की संपत्ति में अब 2.2 अरब डॉलर का फासला है। बता दें बीते साल 2022 में Gautam Adani दुनिया के तमाम अमीरों की तुलना में सबसे ज्यादा कमाई वाले व्यक्ति बनकर उभरे थे।

YouTube creators Ecosystem contributes over Rs 10,000 cr to India's GDP in 2021_80.1

Recent Posts

about | - Part 1404_32.1