पद्मश्री कपिलदेव प्रसाद का निधन

बावन बूटी कला को इंटरनेशनल लेवल पर पहचान दिलाने वाले पद्मश्री कपिल देव प्रसाद का निधन हो गया। उनके निधन से स्थानीय समुदाय और हथकरघा प्रेमियों में एक सच्चे अग्रदूत के निधन पर शोक छा गया है।

बसावन बिगहा गांव में जन्मे, कपिलदेव प्रसाद ने अपना जीवन हथकरघा और बाबाबूटी साड़ियों की कला को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया, जो उनके पूर्वजों से चली आ रही पारंपरिक बुनाई कला है। उन्होंने इस जटिल कला रूप के कौशल और ज्ञान को वितरित करने और इसे कई लोगों के लिए रोजगार के एक स्थायी साधन में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 

कपिल देव प्रसाद का जन्म

कपिल देव प्रसाद का जन्म 5 अगस्त 1955 को हुआ था। कपिल देव प्रसाद ने अपने दादा एवं पिता से बावन बूटी कला का हुनर सीखा था।

 

पिछले साल राष्ट्रपति ने किया था सम्मानित

इस कला को देश और विदेशों में पहचान दिलाई। सूती या तसर के कपड़े पर हाथ से एक जैसी 52 बूटियां यानी मौटिफ टांके जाने के कारण कपिल देव प्रसाद को 2023 के अप्रैल महीने में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया था। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पद्मश्री कपिलदेव प्रसाद के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पद्मश्री कपिलदेव प्रसाद जी को वर्ष 2023 में बावन बूटी कला के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। बावन बूटी मुलतः एक तरह की बुनकर कला है। वह नालन्दा जिले के बसवन बीघा गांव के निवासी थे। उनके निधन से बावन बूटी कला के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

 

बावन बूटी के बारे में

बावन बूटी मूलत: एक तरह की बुनकर कला है। सूती या तसर के कपड़े पर हाथ से एक जैसी 52 बूटियां यानि मौटिफ टांके जाने के कारण इसे बावन बूटी कहा जाता है। बूटियों में बौद्ध धर्म-संस्कृति के प्रतीक चिह्नों की बहुत बारीक कारीगरी होती है। बावन बूटी में कमल का फूल, बोधि वृक्ष, बैल, त्रिशूल, सुनहरी मछली, धर्म का पहिया, खजाना, फूलदान, पारसोल और शंख जैसे प्रतीक चिह्न ज्यादा मिलते हैं।

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

हैदराबाद हवाई अड्डे को डिजिटल नवाचारों के लिए वैश्विक मान्यता मिली

जीएमआर हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (GHIAL) ने सऊदी एयरपोर्ट प्रदर्शनी 2024 के दौरान आयोजित प्रतिष्ठित…

35 mins ago

प्रधानमंत्री मोदी ने शांति और प्रगति का जश्न मनाते हुए प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित पहले बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन किया। यह दो…

1 hour ago

शंघाई, टोक्यो, न्यूयॉर्क और ह्यूस्टन ग्रीनहाउस गैसों के प्रमुख उत्सर्जक

संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में जारी एक नए डेटा के अनुसार, एशिया और अमेरिका के…

2 hours ago

भारतीय टेनिस स्टार प्रजनेश गुणेश्वरन ने संन्यास की घोषणा की

2018 जकार्ता एशियाई खेलों में सिंगल्स में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय टेनिस खिलाड़ी प्रजनेश…

3 hours ago

सराय काले खां चौक का नाम बदलकर भगवान बिरसा मुंडा चौक रखा गया

दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच सराय काले खां चौक का नाम बदलकर भगवान…

3 hours ago

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ में जौलजीबी मेला 2024 का उद्घाटन किया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में "जौलजीबी मेला 2024" का शुभारंभ किया।…

3 hours ago