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परिशुद्ध कृषि का विकास करने के लिए नीति आयोग का आईबीएम के साथ सहयोग

परिशुद्ध कृषि का विकास करने के लिए नीति आयोग का आईबीएम के साथ सहयोग |_2.1
नीति आयोग और आईबीएम ने महत्वाकांक्षी जिलों में किसानों को वास्तविक-समय सलाह देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके फसल उपज पूर्वानुमान मॉडल विकसित करने के लिए स्टेटमेंट ऑफ़ इंटेंट (आशय पत्र (एसओआई)) पर हस्ताक्षर किए हैं. नीति आयोग, सीईओ अमिताभ कांत और आईबीएम इंडिया, एमडी करण बाजवा की उपस्थिति में इस आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए. 

साझेदारी का उद्देश्य प्रौद्योगिकी का उपयोग करने से है जिससे किसानों को अंतर्दृष्टि दी जा सके, ताकि इससे किसानों की फसल उत्पादकता, मिट्टी की पैदावार, किसानों की आय में सुधार करने की दिशा में मिलकर काम करना है और इस लक्ष्य के साथ कृषि इनपुट को नियंत्रित करना है. परियोजना का पहला चरण असम, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के राज्यों में 10 आकांक्षी जिलों के लिए मॉडल विकसित करने पर केंद्रित होगा.

स्रोत-एआईआर वर्ल्ड सर्विस 

नाबार्ड ग्रेड-A परीक्षा 2018 के लिए मुख्य तथ्य-
  • NITI- National Institution for Transforming India.
  • नीति आयोग चेयरमैन-नरेंद्र मोदी- उपाध्यक्ष- राजीव कुमार, सीईओ-अमिताभ कांत.
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