एनएलसी इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) ने भविष्य की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को पूरा करने के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनआईजीईएल) को समाविष्ट किया है। यह सहायक कंपनी विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी और इस प्रकार अपने लाभ के लिए विशेषज्ञता का लाभ उठाएगी।
एनएलसीआईएल ने जीएसईसीएल खावड़ा सोलर पार्क में प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से जीयूवीएनएल द्वारा जारी 600 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना निविदा जीती है। हरित ऊर्जा पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी (डब्ल्यूओएस) के तहत नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने की नीति के अनुरूप, परियोजना विकास को एनआईजीईएल के साथ निहित किया गया है।
बिजली खरीद समझौते पर हस्ताक्षर
पहली पहल के रूप में, एनआईजीईएल ने गुजरात के भुज जिले के खावड़ा सोलर पार्क में प्रस्तावित 600 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) के साथ बिजली खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं। परियोजना से पूरी बिजली जीयूवीएनएल द्वारा पीपीए टैरिफ के साथ 2.705 रुपये प्रति किलोवाट घंटा की दर पर खरीदी जाएगी। बिजली का वार्षिक उत्पादन 1,577.88 एमयू (मिलियन यूनिट) निर्धारित है और इसके पूरे जीवनकाल में संचयी बिजली उत्पादन 39.447 बीयू (बिलियन यूनिट) होगा। यह परियोजना अपने पूरे जीवनकाल के दौरान लगभग 35.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन से होने वाली हानि से बचाएगी।
पर्यावरणीय प्रभाव और परियोजना का दायरा
इस बिजली खरीद समझौते पर एनआईजीईएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा वडोदरा में जीयूएनवीएल के जीएम (नवीकरणीय) के साथ एनआईजीईएल के अध्यक्ष, निदेशक और सीएफओ की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर, एनआईजीईएल के अध्यक्ष श्री प्रसन्ना कुमार मोटुपल्ली ने कहा कि इस परियोजना को सभी आसानी से उपलब्ध आवश्यक बुनियादी ढांचे और बेची गई बिजली के लिए भुगतान सुरक्षा के साथ एक सोलर पार्क में स्थापित होने का लाभ है। उन्होंने कहा कि ग्रीन शू विकल्प में अतिरिक्त क्षमता प्राप्त करके, स्केल्स की वजह से परियोजना अर्थशास्त्र में सुधार किया गया है।
खावड़ा सोलर पार्क में प्रस्तावित 600 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना आज की तारीख में एनएलसीआईएल द्वारा विकसित सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना होगी।