मुंबई, महाराष्ट्र ने ‘2050 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य’ करने के लिए अपने विस्तृत ढांचे की घोषणा की और ऐसा लक्ष्य निर्धारित करने वाला दक्षिण एशिया का पहला शहर बन गया। मुंबई का लक्ष्य 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन तक पहुंचने के भारत के लक्ष्य से 20 साल आगे है। लक्ष्य में 2030 तक ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन में 30% की कमी और 2040 तक 44% की कमी भी शामिल है।
आरबीआई असिस्टेंट प्रीलिम्स कैप्सूल 2022, Download Hindi Free PDF
हिन्दू रिव्यू फरवरी 2022, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
मुंबई ने सार्वजनिक परिवहन को विद्युतीकृत करने जैसे डीकार्बोनाइजेशन उपायों के लिए कई अल्पकालिक लक्ष्य निर्धारित किए हैं, यह 2023 तक 130 बिलियन रुपये (1.7 बिलियन अमरीकी डालर) की लागत से 2,100 इलेक्ट्रिक बसों को अपनाने की योजना बना रहा है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई जलवायु कार्य योजना (एमसीएपी) को जलवायु-लचीला शहर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रूप में तैयार किया है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय WHO वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र…
भारत और नीदरलैंड्स ने अपने आर्थिक साझेदारी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक…
जम्मू-कश्मीर ने सार्वजनिक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने RESPOND Basket 2025 जारी किया है, जिसके तहत देशभर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को असम में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई…
जर्मन एयरोस्पेस इंजीनियर मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता व्यक्ति बनने जा…