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राष्ट्रीय गणित दिवस 2023: इतिहास और महत्व

राष्ट्रीय गणित दिवस 2023: इतिहास और महत्व |_3.1

भारत में हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस (National Mathematics Day) मनाया जाता है। भारत के महान गणितज्ञ रामानुजन के जन्मदिन पर इस खास दिन को मनाया जाता है। जिन्होंने गणित के क्षेत्र में अपना अतुल्यनीय योगदान दिया है। गणित के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए भारत सरकार ने उनके जन्मदिन पर राष्ट्रीय गणित दिवस मनाने की घोषणा की थी। इस अवसर पर स्कूलों तथा महाविद्यालयों में गणित से सम्बंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। इस दिवस की घोषणा 26 फरवरी, 2012 को डॉ. मनमोहन सिंह ने की थी।

 

इस दिन को मनाने का उद्देश्य

सुविख्यात गणितज्ञों का मानना है कि गणित का मानव जीवन के विकास में बहुत महत्व है। लोगों को गणित के प्रति जागरुक करना इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। विश्व विख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन ने गणित को आसान बनाने और लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ाने की काफी कोशिशें की। गणित के शिक्षकों को इसे आसानी से समझाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है।

 

श्रीनिवास रामानुजन के बारे में

श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर, 1887 को मद्रास प्रेसीडेंसी के इरोड में हुआ था। उन्होंने गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, पचैयाप्पा कॉलेज, ट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज से पढाई की। उनका निधन 26 अप्रैल, 1920 को हुआ था। उन्होंने संख्या सिद्धांत, गणितीय विश्लेषण, अनंत श्रृंखला और निरंतर अंशों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके कार्यो को एक अंग्रेजी गणितज्ञ हार्डी द्वारा पहचाना गया।

 

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