भारत की समृद्ध और विविध समुद्री विरासत को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से गुजरात के ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता के क्षेत्र लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परियोजना की आधारशिला रखी गई थी। बंदरगाह और जलमार्ग मंत्रालय के मुताबिक परियोजना को विभिन्न चरणों में पूरा किया जाएगा। भारतीय नौसेना द्वारा चरण एक में उपयोग की जाने वाली पांच दीर्घाओं और एक नौसेना गैलरी के साथ संग्रहालय भवन परिसर शामिल हैं।
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मुख्य बिंदु
- 35 एकड़ में होने वाले इस निर्माण पर करीब 774.23 करोड़ रुपये खर्च होंगे। चरण एक-बी में संग्रहालय में शेष गैलरी, लाइट हाउस, फाइव-डी गुंबद थियेटर, बगीचा परिसर और अन्य बुनियादी ढांचा बनाया जाएगा।
- इसी तरह चरण दो में राज्य मंडप, लोथल शहर, समुद्री संस्थान सहित छात्रावास, इको रिसार्ट, समुद्री और नेवल थीम पार्क, क्लाइमेट चेंज थीम पार्क और एडवेंचर एम्यूजमेंट पार्क आदि बनाए जाएंगे।
- यह सागरमाला योजना की प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। नवीनतम तकनीक का उपयोग करके समुद्री विरासत को पेश किया जाएगा। लोगों में जागरूकता लाई जाएगी।
- इस परियोजना पर कुल साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परिसर में कई मंडप भी शामिल होंगे, जहां भारत के विभिन्न तटीय राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की कलाकृतियों और समुद्री विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा।
- भारत में अपनी तरह का पहला परिसर, यह केंद्र भारत की समृद्ध और विविध समुद्री विरासत को प्रदर्शित करेगा।
- इस परियोजना में गुजरात सरकार अहम भूमिका निभा रही है। यह बाहरी बुनियादी ढांचे को विकसित करके परियोजना का समर्थन कर रहा है।