भारत में हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे (Engineer’s Day) मनाया जाता है। यह दिवस राष्ट्र के विकास में इंजीनियरों के योगदान को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। यह दिन भारत के इंजीनियरिंग अग्रणी, सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या (Sir Mokshagundam Vishweshvaraya), (सर एमवी के रूप में लोकप्रिय) की जयंती का प्रतीक है। 1955 में भारत के निर्माण में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। उन्हें ब्रिटिश नाइटहुड (British knighthood) से भी सम्मानित किया था और उन्होंने 1912 से 1918 तक मैसूर के दीवान के रूप में कार्य किया था।
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इंजीनियर्स दिवस का इतिहास:
1968 में, भारत सरकार ने सर एम विश्वेश्वरय्या की जयंती को इंजीनियर्स दिवस के रूप में घोषित किया। सर एमवी को “आधुनिक मैसूर का जनक (Father of Modern Mysore)” माना जाता था। तब से, यह दिन उन सभी इंजीनियरों को सम्मानित करने और स्वीकार करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने योगदान दिया है और अभी भी एक आधुनिक और विकसित भारत के निर्माण के लिए ऐसा करते हैं।
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