राष्ट्रीय कोयला सूचकांक (एनसीआई) सितंबर, 2023 में 3.83 अंक बढ़कर 143.91 हो गया है, यह वृद्धि अप्रैल, 2023 के बाद पहली बार दर्ज की गई है। यह रूझान वैश्विक बाजारों में कोयले की कीमतों में अस्थायी वृद्धि से प्रभावित हुआ है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। यह सूचकांक कोयले की कीमत में बदलाव को दर्शाता है।
कोयला मंत्रालय ने 4 जून, 2020 को राष्ट्रीय कोयला सूचकांक (एनसीआई) की शुरूआत की थी और यह एक मूल्य सूचकांक है, जो निर्धारित आधार वर्ष की तुलना में किसी विशेष महीने में कोयले की कीमत में हुए बदलाव को दर्शाता है।
एनसीआई का उपयोग बाजार-आधारित व्यवस्था के आधार पर प्रीमियम (प्रति टन के आधार पर) या राजस्व हिस्सेदारी (प्रतिशत के आधार पर) निर्धारित करने के लिए किया जाता है। सूचकांक का उद्देश्य भारतीय बाजार में कच्चे कोयले के सभी लेनदेन को शामिल करना है। इसमें विनियमित (बिजली और उर्वरक) और गैर-विनियमित क्षेत्रों में किए जाने वाले विभिन्न ग्रेड के कोकिंग और गैर-कोकिंग शामिल हैं। लेनदेन में अधिसूचित मूल्य, कोयला नीलामी और कोयला आयात शामिल हैं।
एनसीआई का ऊपर की ओर बढ़ना, देश में आगामी त्योहार के मौसम और सर्दियों के कारण कोयले की बढ़ती मांग का संकेत देता है, जो कोयला उत्पादकों को बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने के लिए घरेलू कोयला उत्पादन को और बढ़ाकर अधिकतम लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
Find More News on Economy Here
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…
यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…
भारत विश्व की कुल जैव विविधता का लगभग 8% हिस्सा अपने भीतर समेटे हुए है।…