नेशनल आर्काइव्स ऑफ़ इंडिया ने 135 वें फाउंडेशन डे मनाया और ‘ज्ञान भारतम मिशन’ लॉन्च किया

राष्ट्रीय अभिलेखागार (NAI) ने 11 मार्च 2025 को अपना 135वां स्थापना दिवस मनाया, जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। इस अवसर पर “भारतीय विरासत: वास्तुकला के माध्यम से” प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया, जिसमें भारत की समृद्ध वास्तुकला परंपरा को दर्शाया गया। इस प्रदर्शनी में ऐतिहासिक अभिलेखों, सरकारी दस्तावेजों और दुर्लभ ऐतिहासिक अभिलेखों का प्रदर्शन किया गया।

इस कार्यक्रम में ‘ज्ञान भारतम मिशन’ की शुरुआत भी की गई, जिसका उद्देश्य भारत की विशाल ज्ञान-संपदा को डिजिटल माध्यम से व्यापक रूप से उपलब्ध कराना है। इसके अलावा, राष्ट्रीय अभिलेखागार में विश्व के सबसे बड़े डिजिटलीकरण कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसके तहत लाखों ऐतिहासिक दस्तावेजों को संरक्षित और डिजिटल किया जा रहा है।

मुख्य विशेषताएं:

प्रदर्शनी: “भारतीय विरासत: वास्तुकला के माध्यम से”
– भारत की प्राचीन, मध्यकालीन, मुगल और औपनिवेशिक वास्तुकला को प्रदर्शित किया गया।
– सरकारी अभिलेखों, प्रसिद्ध हस्तियों के व्यक्तिगत पत्रों, यूनेस्को दस्तावेजों और पुरातात्विक रिकॉर्ड्स का प्रदर्शन।
– विषयगत श्रेणियों के माध्यम से सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला गया।

ज्ञान भारतम मिशन का शुभारंभ
– राष्ट्रीय अभिलेखागार की डिजिटलीकरण पहल से प्रेरित एक दूरदर्शी परियोजना।
– ऐतिहासिक दस्तावेजों को व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ बनाने का लक्ष्य।

विश्व का सबसे बड़ा डिजिटलीकरण कार्यक्रम
– हर महीने छह लाख से अधिक पृष्ठों का संरक्षण।
– शोधकर्ताओं और जनता के लिए ऐतिहासिक अभिलेखों की डिजिटल उपलब्धता को बढ़ाना।

“थंब प्रिंटेड: चंपारण, नील किसानों की गांधी से गवाही” वॉल्यूम III का विमोचन
– चंपारण सत्याग्रह से जुड़े 423 गवाहियों का संकलन।
– इसमें 143 प्रमुख गवाह, 5 महिलाएं और 11 नाबालिग शामिल।
– नील किसानों के संघर्ष और ब्रिटिश शासन के दौरान उनके दर्द को उजागर करता है।

राष्ट्रीय अभिलेखागार का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
– 11 मार्च 1891 को कोलकाता में इंपीरियल रिकॉर्ड डिपार्टमेंट के रूप में स्थापित।
– 1911 में दिल्ली स्थानांतरित, 1926 में वर्तमान भवन का निर्माण।
– 1937 तक पूरी तरह से दिल्ली में स्थानांतरित।
– संस्कृति मंत्रालय के अधीन कार्यरत, लोक अभिलेख अधिनियम, 1993 और लोक अभिलेख नियम, 1997 को लागू करता है।

राष्ट्रीय अभिलेखागार का संग्रह
– 34 करोड़ से अधिक सरकारी रिकॉर्ड्स का विशाल भंडार।
– इसमें नक्शे, संधियाँ, दुर्लभ पांडुलिपियाँ, संसदीय बहसें, जनगणना रिपोर्ट, यात्रा वृत्तांत और प्रतिबंधित साहित्य शामिल।
– संस्कृत, फारसी, उड़िया और अन्य कई भाषाओं में उपलब्ध अभिलेख।

इतिहास संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता
– डिजिटल और अभिलेखीय संरक्षण के माध्यम से दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करना।
– शोधकर्ताओं और नागरिकों को ऐतिहासिक अभिलेखों से जोड़ने के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रम।
– भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करना।

विषय विवरण
क्यों चर्चा में? राष्ट्रीय अभिलेखागार ने 135वां स्थापना दिवस मनाया और ‘ज्ञान भारतम मिशन’ शुरू किया
कार्यक्रम राष्ट्रीय अभिलेखागार का 135वां स्थापना दिवस
प्रदर्शनी का शीर्षक भारतीय विरासत: वास्तुकला के माध्यम से”
प्रमुख पहल ज्ञान भारतम मिशन’ का शुभारंभ
ज्ञान भारतम मिशन का उद्देश्य भारत की विशाल ज्ञान-संपदा तक पहुंच का विस्तार करना
डिजिटलीकरण प्रगति प्रति माह 6 लाख+ पृष्ठ संरक्षित, प्रतिदिन लाखों पृष्ठ डिजिटाइज़ किए जा रहे
विमोचित पुस्तक थंब प्रिंटेड: चंपारण, नील किसानों की गांधी से गवाही वॉल्यूम III’
राष्ट्रीय अभिलेखागार का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य 1891 में कोलकाता में स्थापना, 1911 में दिल्ली स्थानांतरित, 1926 में भवन पूरा, 1937 में पूर्ण स्थानांतरण
कुल अभिलेखीय संग्रह 34 करोड़ से अधिक पृष्ठों का भंडार
भाषाई विविधता संस्कृत, फारसी, उड़िया और अन्य भाषाओं में अभिलेख उपलब्ध
राष्ट्रीय अभिलेखागार की भूमिका ऐतिहासिक अभिलेखों का संरक्षण, लोक अभिलेख अधिनियम का कार्यान्वयन, सार्वजनिक सहभागिता को बढ़ावा देना
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

झारखंड ने पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 जीती

झारखंड ने 2025–26 सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) जीतकर इतिहास रच दिया। ईशान…

12 mins ago

दक्षिण अफ्रीका से कैपुचिन बंदरों का बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान में आयात

बेंगलुरु के पास स्थित बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान (Bannerghatta Biological Park) ने संरक्षण-उन्मुख चिड़ियाघर प्रबंधन को…

2 hours ago

शाश्वत शर्मा बने Airtel इंडिया के MD और CEO

टेलीकॉम क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल ने शीर्ष प्रबंधन स्तर पर एक अहम नेतृत्व…

2 hours ago

लोकसभा से पास हुआ ‘जी राम जी’ बिल

लोकसभा ने 18 दिसंबर 2025 को विरोध, हंगामे और मात्र आठ घंटे की बहस के…

3 hours ago

Pariksha Pe Charcha 2026: परीक्षा पे चर्चा 2026 के लिए 80 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वार्षिक संवाद कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' (PPC) के 9वें संस्करण को…

5 hours ago

व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए भारत-ओमान CEPA पर हस्ताक्षर

भारत और ओमान ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर कर खाड़ी क्षेत्र में…

7 hours ago