जनजातीय मामलों के मंत्रालय (MoTA ) ने दीर्धकालिक आजीविका के अवसर को प्रोत्साहन देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) के साथ एक संयुक्त संवाद पर हस्ताक्षर किए हैं। संयुक्त संवाद के माध्यम से, दोनों मंत्रालय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत जन जातीय महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के लिए स्थायी आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देंगे। ग्रामीण विकास मंत्रालय जनजातीय महिला स्वयं सहायता समूह सदस्यों की पहचान और व्यक्तिगत आजीविका परिसंपत्ति का खाका तैयार करेगा, जबकि जनजातीय कार्य मंत्रालय राज्य वार्षिक कार्य योजना को अंतिम रूप देने के लिए एसआरएलएम को योजना समर्थन की पेशकश करेगा और अपनी आजीविका वार्षिक कार्य योजना में इसे शामिल करेगा।
दोनों मंत्रालयों के बीच साझेदारी एक दूसरे के प्रयासों का समर्थन करेगी, जैसे कि जनजातीय मामलों के मंत्रालय की पहल और DAY-NRLM के लक्ष्य के एक-दूसरे के पूरक होने के कारण मंत्रालयों ने साथ काम कर जनजातीय महिलाओं के लिए उपलब्ध आर्थिक अवसरों में सुधार करने का कार्य करेंगे। इस तरह दोनों मंत्रालय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को समन्वित करने के लिए कार्यक्रमों की श्रृंखला का संचालन करेंगे।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री: नरेंद्र सिंह तोमर.
- केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री: अर्जुन मुंडा.