डॉ एमजी रामचंद्रन सेंट्रल (Dr MG Ramachandran Central – DRM) या चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन को सौर ऊर्जा के माध्यम से 100 प्रतिशत ऊर्जा मिलेगी। चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) क्षेत्र के अंतर्गत आता है और जो दुनिया का सबसे बड़ा हरित रेलवे नेटवर्क बनने जा रहा है। स्टेशन अब पहला भारतीय रेलवे स्टेशन बन जाएगा, जिसे सौर पैनलों के माध्यम से 100 प्रतिशत दिन की ऊर्जा मिलेगी।
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स्टेशन के बारे में:
- स्टेशन की सौर ऊर्जा क्षमता 1.5 मेगावाट है और स्टेशन के शेल्टरों पर सोलर पैनल लगाए गए हैं।
- दक्षिण मध्य रेलवे ने ‘ऊर्जा तटस्थ (energy neutral)’ रेलवे स्टेशनों की अवधारणा को अपनाया है और ऐसा करने वाला पहला भारतीय रेलवे जोन बन गया है।
- भारत ने वर्ष 2030 से पहले “शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन (net-zero carbon emission)” बनने का लक्ष्य रखा है।