Home   »   MeitY ने RBI से ट्रेसेबिलिटी सुनिश्चित...

MeitY ने RBI से ट्रेसेबिलिटी सुनिश्चित करने हेतु अधिक विस्तृत KYC डिजाइन करने का आग्रह किया

MeitY ने RBI से ट्रेसेबिलिटी सुनिश्चित करने हेतु अधिक विस्तृत KYC डिजाइन करने का आग्रह किया |_3.1

अवैध तत्काल ऋण ऐप्स भारत में एक महत्वपूर्ण समस्या बन गए हैं, जिससे वित्तीय घोटाले हो रहे हैं और यहां तक कि कुछ पीड़ितों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ये ऐप्स त्वरित पैसा प्रदान करते हैं लेकिन उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और सुरक्षा से समझौता करते हैं। इसे संबोधित करने के लिए, भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने एक समाधान प्रस्तावित किया है।

 

तत्काल ऋण ऐप्स के साथ समस्या

  • त्वरित धन का प्रलोभन: त्वरित ऋण ऐप्स लोगों को त्वरित धन का लालच देते हैं, लेकिन उनमें सुरक्षा की कमी होती है और अक्सर वित्तीय परेशानियां होती हैं।
  • गोपनीयता भंग: ये ऐप्स व्यक्तिगत डेटा तक पहुंच बनाते हैं, जिससे गोपनीयता संबंधी चिंताएं पैदा होती हैं। वे उत्पीड़न और धमकियों में शामिल रहे हैं, जिससे कुछ पीड़ितों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा।

 

सरकार की प्रतिक्रिया

RBI और DFS के साथ बैठक: MeitY ने समाधान खोजने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की।

प्रस्ताव – केवाईडीएफए: MeitY ने कंपनियों के लिए केवाईडीएफए (नो योर डिजिटल फाइनेंस ऐप) नामक एक विस्तृत केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया बनाने का सुझाव दिया। यह बैंक खातों के लिए केवाईसी प्रक्रिया के समान है।

केवाईडीएफए का उद्देश्य: केवाईडीएफए यह सुनिश्चित करता है कि कानून का पालन करते हुए केवल वैध वित्तीय ऐप ही भारतीय बैंकिंग प्रणाली का उपयोग कर सकें। यह अवैध ऐप्स का पता लगाने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने में मदद करता है।

 

पिछले प्रयास और चुनौतियाँ

  • Google और Apple की कार्रवाई: Google और Apple जैसे ऐप स्टोर ने अपनी नीतियों का उल्लंघन करने वाले हजारों ऐसे ऐप हटा दिए हैं।
  • सरकार का प्रस्ताव: वित्त मंत्रालय ने स्वीकृत ऐप्स की एक श्वेतसूची का सुझाव दिया, लेकिन समस्या बनी रही।
  • बढ़ती शिकायतें: पिछले प्रयासों के बावजूद, वित्त वर्ष 23 में इन ऐप्स के खिलाफ शिकायतें दोगुनी हो गईं, जो एक अधिक मजबूत समाधान की आवश्यकता को दर्शाता है।

 

सरकार का नया दृष्टिकोण

  • विस्तृत केवाईसी प्रस्ताव: MeitY का नया प्रस्ताव वित्तीय ऐप्स के लिए एक विस्तृत केवाईसी प्रक्रिया पर जोर देता है, जिसका लक्ष्य सुरक्षा और वैधता को बढ़ाना है।
  • ट्रैसेबिलिटी सुनिश्चित करना: केवाईडीएफए ट्रैसेबिलिटी स्थापित करेगा, जिससे अधिकारियों को कानूनी कार्रवाई के लिए अवैध ऐप्स की उत्पत्ति को ट्रैक करने में मदद मिलेगी।
  • राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताएँ: कुछ अवैध ऋण देने वाले ऐप्स विदेशी संस्थाओं से जुड़े हुए हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में चिंताएँ बढ़ाते हैं।

 

Find More News Related to Banking

 

RBI Revises KYC Rules, Offering Improved Guidance To Prevent Money Laundering_100.1

 

FAQs

वर्तमान में रिज़र्व बैंक के गवर्नर कौन है?

भारतीय रिजर्व बैंक के वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास हैं.