महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने ‘महाराष्ट्र ज़ीन बैंक परियोजना’ को मंज़ूरी दी है। यह भारत में इस तरह की पहली परियोजना है। इसका उद्देश्य राज्य के भीतर जेनेटिक संसाधनों का संरक्षण प्रदान करना है, जिसके अंतर्गत समुद्री जीवों की विविधता, स्थानीय फसलों के बीज़ के प्रकार और पशु विविधता शामिल है। मंत्रिमंडल के अनुसार, सात फोकस क्षेत्रों (निम्नलिखित) पर अगले पांच वर्षों में 172.39 करोड़ रुपये की राशि ख़र्च की जाएगी।
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सात फोकस क्षेत्र क्या हैं (What are the seven focus areas)?
‘महाराष्ट्र जीन बैंक परियोजना’ सात क्षेत्रों/विषयों पर कार्य करेगा:
यह परियोजना महाराष्ट्र राज्य जैव विविधता बोर्ड (Maharashtra State Biodiversity Board – MSBB) द्वारा कार्यान्वित की जाएगी और मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव (वन) के अधीन समितियों द्वारा इसकी देखरेख की जाएगी। महाराष्ट्र राज्य जैव विविधता बोर्ड, राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान (National Institute of Oceanography – NIO) गोवा जैसे संस्थानों के साथ समन्वय करेगा, ताकि दुर्लभ और लुप्तप्राय समुद्री प्रजातियों के दस्तावेज़ीकरण और संरक्षण हो सके।
परियोजना के तहत प्रमुख गतिविधियां क्या हैं (What are the major activities under the project)?
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