महाराष्ट्र सरकार ने सिंधुदुर्ग (Sindhudurg) जिले में पश्चिमी घाटों में अम्बोली में एक क्षेत्र घोषित किया है, जहाँ एक दुर्लभ मीठे पानी की मछली की प्रजातियों को जैव विविधता विरासत स्थल के रूप में खोजा गया था. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे तेजस ठाकरे, जो एक वन्यजीव शोधकर्ता हैं, और उनकी टीम ने सिंधुदुर्ग जिले की सावंतवाड़ी तहसील में अंबोली के पास नई मीठे पानी की मछली प्रजातियों – “शिस्टुरा हिरण्यकेशी (Schistura Hiranyakeshi)” की खोज की थी. राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर अंबोली में क्षेत्र को जैव विविधता विरासत स्थल घोषित किया. शिस्टुरा एक छोटी और रंगीन मछली है जो पानी में रहती है और ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा में प्रवाहित होती है.
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इससे पहले, राज्य सरकार ने गढ़चिरौली जिले में अल्लापल्ली, जलगांव में लैंडोर खोरी पार्क, पुणे में गणेश खिंड, सिंधुदुर्ग जिले में मिरिस्टिका दलदल वनस्पति को जैव विविधता विरासत स्थलों के रूप में घोषित किया था. मीठे पानी की मछलियों की प्रजातियों की खोज इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इचथोलॉजी में अक्टूबर 2020 के संस्करण में तेजस ठाकरे और सह-लेखकों द्वारा प्रकाशित की गई थी.
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