कड़कनाथ के लिए भौगोलिक संकेत (GI) टैग के लिए आवेदन करने के छह साल बाद, एक चिकन नस्ल जिसका काला मांस कुछ प्रदेशों में बहुत मांग में है उसके लिए यह लेबल मध्यप्रदेश को मिला है. चिकन की अन्य किस्मों की तुलना में कड़कनाथ, चिक और अंडों का प्रोटीन युक्त मांस बहुत ज्यादा दर पर बेचा जाता है.
चेन्नई स्थित जीआई रजिस्ट्री ने ग्रामीण विकास ट्रस्ट, झाबुआ का आवेदन स्वीकार कर लिया, जो 2012 में दायर किया गया था.
स्रोत- हिंदुस्तान टाइम्स