लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला ने 30 जुलाई को गुवाहाटी में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की उपस्थिति में असम विधायिका सभा के नए भवन का उद्घाटन किया।
नई बिल्डिंग के साथ नई सुविधाएं
- असम विधान सभा के नए भवन में ई-विधान, ऑडियो-विजुअल और सूचना प्रौद्योगिकी की सुविधाएँ हैं।
- इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों, विधायकों के कार्यालय, सम्मेलन हॉल, बैठक कक्ष आदि हैं।
- नए भवन से विकसित और आत्मविश्वासी असम की प्रतीक बनेगा। नए विधान सभा भवन में एक आदर्शनीय इमारत की छवि होगी।
- नए भवन का निर्माण क्लासिकल और लोक संस्कृति की कलाओं का उपयोग करके किया गया है, जो आधुनिक और पारंपरिक डिजाइन के संगम का प्रतिनिधित्व करता है।
- इमारत के विभिन्न कमरे असम के समृद्ध और विविध कला रूपों का उपयोग करके डिज़ाइन किए गए हैं।
असम विधान सभा
असम विधान सभा भारतीय राज्य असम की एकसदनीय विधायिका है।
स्थापना: 7 अप्रैल 1937
सीटें: 126
सदन के अध्यक्ष: बिस्वजीत दैमारी (भाजपा)
अवधि सीमा: 5 वर्ष
असम के राज्यपाल: गुलाब चंद कटारिया
असम विधान सभा की पहल
- विधानसभा की पहली पहल असम विश्वविद्यालय की स्थापना थी।
- गुवाहाटी उच्च न्यायालय की स्थापना।
- तेल रिफाइनरी की स्थापना।
इसके अलावा, असम विधान सभा में पंचायती राज प्रणाली को मज़बूत बनाने के लिए डिसेंट्रलाइजेशन, गौ संरक्षण अधिनियम, ज़मींदारी प्रणाली का अन्त, उच्च शिक्षा संस्थानों के स्थापना, शिक्षण संस्थानों और होस्टलों में रैगिंग का प्रतिबंधन इत्यादि ऐसे कई कानून पारित किए गए हैं।