लोकसभा ने एसबीआई के साथ सरकार के साथ सहयोगी बैंकों के विलय को मंजूरी देते हुए एक विधेयक पारित किया है. लोकसभा ने एसबीआई (सब्सिडीयरी बैंक) अधिनियम 1959, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद अधिनियम 1956 को रद्द करने और भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम, 1956 में संशोधन करने के लिए विधेयक पारित किया, जिसके बाद मुख्य एसबीआई के साथ पांच सहयोगियों का विलय किया जाएगा.
बैंक ऑफ बिकानेर और जयपुर (SBBJ), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP) और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (SBT) का 1 अप्रैल को भारतीय महिला बैंक के साथ एसबीआई के साथ विलय कर दिया जाएगा.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- विलय के बाद, एसबीआई ने विश्व स्तर पर शीर्ष 50 बैंकों की सूची में प्रवेश किया है.
- विलय ने एसबीआई के कुल ग्राहक आधार को बढ़ाकर 37 करोड़, एक जमा आधार 26 लाख करोड़ रूपए, 24,000 के करीब एक शाखा नेटवर्क और लगभग 59,000 एटीएम कर दिया है.
स्रोत- द हिंदू बिजनेस लाइन