कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-K) और L & T टेक्नोलॉजी सर्विसेज (LTTS) ने औद्योगिक और अवसंरचना साइबर सुरक्षा पर मिलकर अनुसंधान करने के लिए समझौता किया है। LTTS के सीईओ और प्रबंध निदेशक केशब पांडा और आईआईटी कानपुर के उप निदेशक प्रो. मनिंद्र अग्रवाल द्वारा इस बहु-वर्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
एमओयू से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:
- ये दोनों संयुक्त रूप से आईआईटी कानपुर परिसर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्टता केंद्र) की स्थापना और हनीपोट (साइबर अटैक करने और हैकिंग के प्रयासों का अध्ययन करने के लिए स्थापित नेटवर्क केंद्र), घुसपैठ का पता लगाने वाले सिस्टम, मैलवेयर विश्लेषण, ब्लॉकचैन, अतिसंवेदनशीलता मूल्यांकन (vulnerability assessment) और प्रवेश परीक्षण और साइबर जागरूकता के क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम और अनुसंधान करेंगे।
- सीओई IIT कानपुर के C3i केंद्र का एक भाग होगा, जो केंद्रीय सरकार द्वारा वित्तपोषित अपनी तरह का एक साइबर सिक्योरिटी रिसर्च सेंटर है, जिसे भारत के रणनीतिक और महत्वपूर्ण उपयोगिता बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए समाधान और प्रौद्योगिकियों पर काम करने के लिए विकसित किया गया है।
- C3i केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित साइबर सुरक्षा अनुसंधान केंद्र है। इसकी शुरुआत तकनीकी सुरक्षा प्रयासों को विकसित करने और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए अनुसंधान, शिक्षा और स्टार्ट-अप को पैदा करने के उद्देश्य से की गई है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- L & T टेक्नोलॉजी सर्विसेज (LTTS) का मुख्यालय: वडोदरा, गुजरात.
- L & T टेक्नोलॉजी सर्विसेज (LTTS) के सीईओ: डॉ. केशब पांडा.
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